‘चिंतन शिविर’ में शिक्षा पर होगा मंथनः डॉ धन सिंह रावत

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  • एक एवं दो जुलाई को देहरादून में आयोजित होगा राज्य स्तरीय शिविर
  • चिंतन शिविर में मौजूद रहेंगे सूबे के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री

क्रांति मिशन ब्यूरो 

देहरादून। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत की पहल पर आगामी एक एवं दो जुलाई को देहरादून में शिक्षा पर आधारित दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया जायेगा। जिसमें शिक्षा विभाग के ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। चिंतन शिविर के प्रथम दिन मुख्यमंत्री तथा दूसरे दिन राज्यपाल बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे। चिंतन शिविर में प्रारम्भिक शिक्षा में नामांकन, ठहराव एवं गुणवत्ता सुधार, स्कूल कॉम्पलेक्स, बुनियादी शिक्षा, हाईब्रिड लर्निंग, वंचित एवं दिव्यांग बच्चों का चिन्हांकन, केन्द्र पोषित परियोजनाओं के प्रस्तुतिकरण के अलावा समस्त जिलों द्वारा शिक्षा पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा।

शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने बताया कि आगामी एक एवं दो जुलाई को इंडियन पब्लिक स्कूल, राजावाला, सेलाकुई में शिक्षा विभाग द्वारा दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जायेगा। राज्य स्तरीय चिंतन शिविर में शिक्षा विभाग के विकासखंड से लेकर प्रदेश स्तर के शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहेंगे। विभागीय मंत्री ने बताया कि चिंतन शिविर के प्रथम सत्र का शुभारम्भ बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे जबकि दूसरे सत्र में बतौर मुख्य अतिथि सूबे के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से0नि0) गुरमीत सिंह शिरकत करेंगे। डॉ0 रावत ने बताया कि राज्य स्तरीय चिंतन शिविर में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर मैराथन मंथन किया जायेगा। चिंतन शिविर में प्राप्त सुझावों को अमल में लाया जायेगा ताकि सूबे की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर के सफल संचालन के लिये विभागीय अधिकारियों की अध्यक्षता में दो दर्जन से अधिक समितियों का गठन कर दिया गया है। विभागीय मंत्री डॉ0 रावत ने बताया कि शिविर के प्रथम दिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन, सहित प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जायेगी। जिसमें माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत ‘स्कूल कॉम्पलेक्स’, प्रारम्भिक शिक्षा के तहत छात्र नामांकन, ठहराव एवं गुणवत्ता सुधार एवं समग्र शिक्षा के अंतर्गत बुनियादी शिक्षा एवं संख्या ज्ञान, हाईब्रिड लर्निंग पर विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। इसके अलावा राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण, वित्तीय प्रबंधन, एनईपी, बोर्ड परीक्षाफल, वंचित एवं दिव्यांग बच्चों का चिन्हांकन, विद्यालयी अनुश्रवण सहित अन्य विषयों पर भी प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। चिंतन शिविर के दूसरे दिन समस्त जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों द्वारा अपने-अपने जनपदों में किये गये नवाचारी एवं उत्कृष्ट कार्य, सफलता व अन्य विशेष कार्यों का प्रस्तुतिकरण देंगे, इसके साथ ही शिविर में अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा एवं विचार विमर्श किया जायेगा। डॉ0 रावत ने बताया कि चिंतन शिविर के सफल आयोजन के लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं।