न कोर्ट न कचहरी, सीधे फैसला… दो भाइयों ने सौहार्दपूर्ण तरीके से 21 साल पुराना ‘कांटा’ निकाला, यूपी-उत्तराखंड में संपत्ति बंटवारा

0
301
  • भागीरथी यूपी को तो अलकनंदा उत्तराखंड के हिस्से आया

क्रांति मिशन ब्यूरो

हरिद्वार। न कोर्ट न कचहरी, सीधे फैसला… दो भाइयों ने सौहार्दपूर्ण तरीके से 21 साल पुराना ‘कांटा’ निकाला, यूपी-उत्तराखंड में संपत्ति बंटवारा। जी हां … योगी-धामी ने यूपी और उत्तराखंड के बीच वर्षों से चली आ रहे संपत्ति विवाद को खत्म करने के लिये आज यह काम किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के नव निर्मित भागीरथी पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड सरकार को अलकनंदा पर्यटक आवास गृह का हस्तांतरण किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अलकनंदा पर्यटक आवास गृह की चाबी सौंपी। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा 43.27 करोड़ रूपये की लागत के 2964 वर्ग मीटर में बने भागीरथी पर्यटक आवास गृह में 100 कक्ष, बेंक्वेट हॉल एवं 150 चौपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में संपति विवाद चल रहा था। 2017 में दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनने के बाद संपति बंटवारे के लिए सकारात्मक पहल हुई। नवम्बर 2021 में संपति बंटवारे से संबधित लगभग सभी मामलों का समाधान किया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अलकनन्दा पर्यटक आवास गृह उत्तराखण्ड सरकार को मिल गया है और उत्तर प्रदेश का भागीरथी पर्यटक आवास गृह बन चुका है। अलकनन्दा और भागीरथी नदी जब आपस में मिलती है, तब गंगा कहलाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें मिलकर कार्य करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में हर संभव मदद दी जायेगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है। उत्तराखण्ड 100 करोड़ से अधिक भारतवासियों को आकर्षित कर सकता है। उत्तराखण्ड के चारधाम और मां गंगा श्रद्धालुओं को यहां आने के लिए आकर्षित करते हैं। उत्तराखण्ड में स्प्रिचुअल टूरिज्म के साथ ही ईको टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। देश के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री जी के विजन के साथ हम सबको जुडना होगा। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम संवर चुका है। श्री बद्रीनाथ एवं हरिद्वार के विकास के लिए भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के भाव एवं भावनाएं एक जैसी हैं। पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड उनकी मातृभूमि भी है। उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है, अतिथि सत्कार का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर उत्तराखण्ड को वैश्विक पहचान दिलानी होगी।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवास गृह के लोकार्पण एवं अलंकनन्दा पर्यटक आवास गृह के उत्तराखण्ड को हस्तांतरित करने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि नवम्बर 2021 में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मध्य परिसम्पतियों के बंटवारे को लेकर दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच जो बैठक हुई थी, उसमें सभी मामलों का योगी आदित्यनाथ जी द्वारा समाधान किया गया वह सराहनीय है। उन्होंने एक बड़े भाई का फर्ज निभाया। आज भौतिक एवं आध्यात्मिक विकास से नये भारत का निर्माण हो रहा है। योगी जी आध्यात्मिक चेतना को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। राज्य में सड़क, हवाई एवं रेल कनेक्टिविटी का तेजी से प्रसार हुआ है। केदारनाथ का पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हुआ है। बद्रीनाथ को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को हमें मिलकर पूरा करना होगा।

इस अवसर पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री  सतपाल महाराज,  प्रेमचन्द अग्रवाल,  गणेश जोशी डॉ. धन सिंह रावत,  चन्दनराम दास, सांसद  रमेश पोखरियाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक  मदन कौशिक, उत्तर प्रदेश के मंत्री  जयवीर सिंह, ब्रिजेश सिंह,  कपिलदेव अग्रवाल एवं संतगण मौजूद थे।