प्रशंसनीय : आपदा से आम जन को नुकसान से बचाने के लिए हरसंभव ‘कोशिश’ कर रहे मुख्यमंत्री धामी, मानसून की आपदा पर लगातार बनाए हैं नजर, फिर आपदा प्रबन्धन कंट्रोल रुम पहुंचे सीएम, प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि की जानकारी ली

0
95
  • जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून।  आपदा रोकना किसी के बस में नहीं लेकिन उससे होने वाले नुकसान को तो कम करने की ‘कोशिश’ की जा सकती है। और ‘कोशिश’ वही करेगा जिसे जनता की फिक्र होगी। राज्य में मानसून की दस्तक के साथ ही  मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रबन्धन से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित किया था कि मानसून की आपदा से राज्य में कहीं भी नुकसान को कम से कम करने की हरसंभव कोशिश करें।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार नजर बनाए हुए हैं । मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर त्वरित सहायता का प्रबंध तो कर ही रहे हैं साथ ही  राज्य के आपदा प्रबन्धन कंट्रोल रूम पहुंचकर अतिवृष्टि की  जानकारी भी ले रहे हैं।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री धामी ने  मंगलवार को  पुन: सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर निर्देश दिए कि हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाय। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए। जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वर्षा के कारण सड़क, विद्युत, पेयजल व्यवस्थाएं बाधित होने की दशा में, सभी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों से तत्काल सुचारू की जाय।

मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि लक्सर, खानपुर एवं प्रदेश के अन्य ऐसे स्थानों जहां पर कम बरसात के बावजूद भी जलभराव की समस्याएं आ रही हैं, ऐसे स्थानों के लिए ड्रेनेज की उचित व्यवस्था हो, इसके लिए दीर्घकालिक प्लान बनाया जाय। सभी जिलाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं, ताकि जनपदों में कुछ भी आवश्यकता पड़ने पर शीघ्र उपलब्ध कराई जा सके। मुख्यमंत्री ने सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा तैनात की गई फोर्स के बारे में भी जानकारी ली।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा, अपर सचिव सविन बंसल, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।