प्राविधिक शिक्षा विभाग में उत्तराखण्ड शासन के आदेशों के तहत आउटसोर्स पर प्रशिक्षण हेतु सेवायें लेने की कार्यवाही गतिमान है : आर.पी. गुप्ता

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  • प्राविधिक शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड के निदेशक आर.पी. गुप्ता ने बयान जारी कर स्पष्ट की बात

क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। प्राविधिक शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड के निदेशक आर.पी. गुप्ता ने बयान जारी कर कहा है कि कुछ सोशल मीडिया और समाचार पत्रों द्वारा पॉलीटेक्निक संस्थानों में आउट सोर्स एजेन्सी के माध्यम से प्रवक्ता एवं अन्य पदों पर नियुक्ति देने के सम्बंध में भ्रामक और मिथ्या वक्तव्य प्रकाशित किया गया है। जो कि बिना तथ्यों के और वर्जन के ही एकतरफा दुष्प्रचार के लिए वक्तव्य प्रकाशित किये जाने से विभाग की गरिमा को ठेस पहुंची है।

गुप्ता ने कहा है कि प्रकाशित वक्तव्य में कहा गया है पॉलीटेक्निक संस्थानों में आउट सोर्स एजेन्सी के माध्यम से प्रवक्ता एवं अन्य पदों पर नियुक्ति दी गई है। उन्होंने कहा वर्तमान में विभाग के अंतर्गत उत्तराखण्ड शासन के आदेशों के तहत आउटसोर्स पर प्रशिक्षण हेतु सेवायें लेने की कार्यवाही गतिमान है। जिसके लिये विभाग द्वारा उत्तराखण्ड शासन के आदेशों के तहत सेवायंे प्राप्त करने के लिए निविदा जैम पोर्टल पर प्रकाशित की गई थी। जैम पोटर्ल पर प्रथम बार में केवल 2 निविदायें प्राप्त होने के कारण निविदा को पुनः प्रकाशित किया गया था, जिसके पश्चात निविदा में जैम पोर्टल पर 135 एजेन्सियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्राप्त निविदाओं का तकनीकी परीक्षण शासन द्वारा गठित समिति द्वारा किया गया तथा निविदा शर्तों के अनुसार उल्लेखित विभिन्न तकनीकी बिन्दुओं का परीक्षण किया गया। समिति द्वारा प्राप्त की जाने वाली सेवाओं के सम्बंध में विगत वर्षों में एजेन्सियांे के अनुभव को भी समिति द्वारा मूल्यॉकित किया गया। तकनीेकी बोली एवं वित्तीय बोली में सफल होने के उपरांत ही मैसर्स के.बी.एम. इन्फ्राबिल्ट को सेवायें देने हेतु उपयुक्त पाया गया। यह स्पष्ट करना है कि निविदा की शर्तों के अनुरुप मै0 के.बी.एम. इन्फ्राबिल्ट के पास विगत वर्षांे में अन्य विभागों में समान प्रकार की सेवायंे देने का वांछित अनुभव था।

गुप्ता ने कहा यह स्पष्ट करना है कि पंजीकृत अभ्यर्थियों में से ऐसे अभ्यर्थी जो लागू सेवानियमावली के अनुसार वांछित अर्हता धारित करते हैं में से अध्यापन योग्यता, अनुभव, प्रस्तुतीकरण क्षमता, सम्प्रेषण क्षमता आदि के आधार पर पूर्णतः पारदर्शी व भेदभाव रहित तरीके से आउटसोर्स के आधार पर कार्य योजित किये जाने विषयक कार्यवाही सम्बंधित प्रधानाचार्य द्वारा की जायेगी।