यूएसडीएमए में श्रद्धापूर्वक मनाई गई गांधी जयंती … पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री को भी अर्पित किए गए श्रद्धासुमन

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  • अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन ने महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने का किया आह्वान

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई।

यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण किया। इसके उपरांत यूएसडीएमए, उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र तथा यू प्रिपेयर के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बारी-बारी से दोनों महान विभूतियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि गांधी जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसक प्रतिरोध की एक नई दिशा दी। उनका विश्वास था कि सच्चाई और अहिंसा से बड़ी से बड़ी शक्ति को भी पराजित किया जा सकता है। उन्होंने हमें सिखाया कि बिना किसी दुविधा के अपने सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए और दूसरों के प्रति प्रेम और सहानुभूति रखनी चाहिए।

इस अवसर पर संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी ने कहा कि गांधी जी का योगदान केवल भारत तक सीमित नहीं रहा, उन्होंने पूरी दुनिया को मानवता, समानता और शांति का पाठ पढ़ाया। उनके विचार आज भी हमारे समाज में प्रासंगिक हैं। हमें उनके आदर्शों को अपनाते हुए एक बेहतर समाज की दिशा में काम करना चाहिए।

सराहनीय सेवाओं के लिए कर्मचारियों का किया सम्मान

देहरादून। इस दौरान राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में 24X7 अपनी सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप ने कंट्रोल रूम में तैनात मास्टर ट्रेनर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, पुलिस वायरलेस, फॉरेस्ट वायरलेस, ईआरएसएस 112 के कर्मचारियों, मल्टी पर्पस वर्कर्स तथा पर्यावरण मित्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी  ने कहा कि कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों ने इस मानसून सीजन में विभिन्न आपदाओं के दौरान सूचनाओं के आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिस कारण राहत और बचाव कार्यों को सुगमता के साथ संपादित किया जा सका। इस अवसर पर यूएलएमएमसी के निदेशक श्री शांतनु सरकार भी मौजूद रहे।