कहीं देखा है आपने : न दवा और न ही चीरफाड़ … गंभीर रोगों का उपचार

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  • ‘स्माइल सुजोक थैरेपी’ से खूबसूरत बनाइये अपना जीवन
  • राज्यपाल की धर्मपत्नी गुरमीत कौर समेत तमाम हस्तियां ले चुकी हैं इस इस विधा से लाभ

भुवन उपाध्याय

देहरादून। कहीं देखा है आपने : न दवा और न ही चीरफाड़ … गंभीर रोगों का उपचार। जी हां! … ‘स्माइल सुजोक थैरेपी’ से खूबसूरत बनाइये अपना जीवन। आप खांसी-जुखाम, बुखार, कमर दर्द, घुटनों का दर्द, साइटिका, अर्थराइटिस, अस्थमा, ऑर्टिजम, नशों में कमजोरी, कैंसर की सेंकेंड स्टेज समेत अन्य गंभीर बीमारियों से निजात पाने के लिए एलोपैथी का सहारा लेते हैं। इलाज करते-करते और दवा खाते-खाते आप एक बीमारी से कुछ हद तक निजात तो पा जाते हैं लेकिन अन्य बीमारियों को भी दावत दे जाते हैं। खुद के जीवन को मुश्किल में डालने से बचाना है तो ‘स्माइल सुजोक थैरेपी’ आपके लिए ‘संजीवनी’ का काम कर सकती है। जिसको एलोपैथी, होम्योपैथी दवा से लाभ नहीं हो सका वह स्माइल सुजोक थैरेपी से तंदुरुस्त हुआ है। राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती गुरमीत कौर समेत तमाम हस्तियां ले चुकी इस इस विधा से लाभ। उन्होंने कहा कि वह भी सुजोक के माध्यम से उपचार करा रही हैं और बेहतर हो रही हैं।

उत्तराखंड में देहरादून समेत 22 हेल्थ केयर सेंटर हैं सुजोक के

डा सुभाष चौधरी ने बताया कि सुजोक के उत्तराखंड में देहरादून समेत 22 हेल्थ केयर सेंटर चल रहे हैं। यहां पर प्रतिदिन दो वक्त ओपीडी रहती है। सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक और शाम को पांच बजे से सात बजे तक क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। जरूरतमंदों को यहां पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

ट्विस्ट (टाउल) थैरेपी … घुटनों का दर्द और माउथ मसाज

डा सुभाष कहती हैं घुटनों के दर्द से निजात दिलाने के लिए ट्विस्ट(टाउल) थैरेपी भी अपनाई जाती है। टाउल थैरेपी से माउथ मसाज देने की कला में भी वह पारंगत हैं। यही नहीं जिन बच्चों और बडों को बोलने में दिक्कत होती है उनके लिए भी टंग ट्वििस्ट थैरेपी यहां पर दी जाती है। और ये इस मुश्किल से बिना दवा और ऑपरेशन के ही फिट होते हैं।

देहरादून में स्माइल सुजोक फाउंडेशन ने मनाया वार्षिक समारोह

देहरादून के एक होटल में स्माइल सुजोक फाउंडेशन का वार्षिक समारोह मनाया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती गुरमीत कौर। सुजोक की प्रदेश अध्यक्ष आईएसए उत्तराखंड डा सुभाष चौधरी ने सुजोक थैरेपी के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि जो दवाई लोगों को काम नहीं करती उनको सुजोक थैरेपी के द्वारा ठीक किया जाता है। उनके पास हर तरह के लोग आते हैं। लोग ठीक होकर मुस्कराते हुए जाते हैं। जिन लोगों को फाइनेंस की दिक्कत होती है उनको सुजोक स्माइल फाउंडेशन द्वारा फ्री में ट्रीटमेंट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कई बुजुर्गों को भी ठीक किया है। सुजोक थैरेपी की अध्यक्ष डा सुभाष चौधरी ने बताया कि उन्होंने कई जगह कैंप भी लगाए हैं और लोगों को इस बारे में जागरूक भी किया है। कार्यक्रम का सफल संचालन आईएसए सेक्रेटरी उत्तराखंड डा गुरुमीत चौहान के नेतृत्व में हुआ।

प्रशिक्षितों को बांटे सर्टिफिकेट

इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त कई प्रशिक्षितों को स्माइल सुजोक फाउंडेशन की तरफ से सर्टिफिकेट भी वितरित किए गए। प्रियांशी, अक्षिता चौहान, अक्षत अग्रवाल, सलोनी धीमान, वंदना समेत दर्जनभर प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षितों को आईएसए की तरफ से सर्टिफिकेट बांटे गए।

उत्तराखंड के कई शहरों-कस्बों-गांवों में कैंप का हो चुका आयोजन

डा सुभाष चौधरी ने बताया कि उत्तराखंड के कई शहरों-कस्बों-गांवों में वह कैंप कर चुकी हैं। चंपावत जिले के टनकपुर में आयोजित कैंप में तमाम ग्रामीणों का उन्होंने उपचार किया और उन्हें लाभ मिला। डा सुभाष कहती हैं कि टनकपुर में आयोजित कैंप में खुद राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वन विकास निगम के अध्यक्ष दर्जा कैबिनेट मंत्री कैलाश गहतोडी ने आकर उनका हौसला बढाया।

डा सुभाष ने बताया कि उन्हें चंपावत, टनकपुर समेत राज्य के तमाम शहरों से कैंप लगाने के लिए लोगों द्वारा बुलाया जा रहा है। जल्द ही वह जनता को उपचार का लाभ देंगी।

देहरादून के सेलाकुई में आयोजित कैंप में बडी तादात में शामिल हुए लोग

डा सुभाष चौधरी कहती हैं कि देहरादून के सेलाकुई में आयोजित कैंप में बडी तादात में शामिल हुए लोग। उन्होंने बताया कि विकासनगर क्षेत्र में वह वर्षों से कैंप करती आ रही हैं। यहां लोगों को स्माइल सुजोक थैरेपी से इतना लाभ हुआ कि वह बार-बार कैंप के लिए उनको बुलाते रहते हैं।

सालभर में दो बार लगता है रक्तदान शिविर लगता है हर साल

सुजोक की प्रदेश अध्यक्ष आईएसए उत्तराखंड डा सुभाष चौधरी और आईएसए सेक्रेटरी उत्तराखंड डा गुरुमीत चौहान ने बताया कि स्माइल सुजोक फाउंडेशन की तरफ से सालभर में दो बार लगता है रक्तदान शिविर। अब तक पिछले तीन साल से आईएमए ब्लड बैंक के सहयोग से लगातार कैंप लग रहे हैं। अब तक पौने दो सौ यूनिट ब्लड एकत्र करके आईएमए को दे चुके हैं।

वर्ष 2011 से चल रहा है स्माइल सुजोक हेल्थ सेंटर, देहरादून उत्तराखंड

वर्ष 2011 से देहरादून में डा सुभाष चौधरी, डा गुरमीत चौहान स्माइल सुजोक हेल्थ केयर सेंटर, देहरादून उत्तराखंड के नाम से क्लीनिक चलाते आ रहे हैं। वर्षों से इस सेंटर में गंभीर से गंभीर रोगियों का उपचार बिना दवा और चीरफाड के करते आ रहे हैं।