- लंपी वायरस को रोकना उनकी प्राथमिकता रहेगी : डा कर्नाटक
- ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को विभाग की योजनाओं का लाभ मिले, इस पर उनका फोकस रहेगा
क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। डॉ. बीसी कर्नाटक बने पशुपालन विभाग के निदेशक, नई जिम्मेदारी संभालते ही गिनाईं प्राथमिकताएं। उत्तराखंड पशुपालन विभाग के निदेशक के रूप में डॉ बीसी कर्नाटक को जिम्मेदारी मिली है। वह पिछले तीन साल से अपर निदेशक कुमाऊं की जिम्मेदारी निभा रहे थे और हल्द्वानी में तैनात थे। डॉ कर्नाटक मूल रूप से बागेश्वर जिले के कांडा के रहने वाले हैं। मौजूदा वक्त में डॉ कर्नाटक का परिवार बरेली रोड स्थित आवास में रहता है। वह पिछले 33 वर्षों से पशुपालन विभाग में हैं।
डॉ बीसी कर्नाटक ने वर्ष 1990 में पशु चिकित्साधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था। 30 जून को डॉ कर्नाटक ने देहरादून का कार्यभार संभाला।
निदेशक बनने के बाद डॉ कर्नाटक ने कहा कि जानवरों में हो रहे लंपी वायरस को रोकना उनकी प्राथमिकता रहेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को विभाग की योजनाओं का लाभ मिले, इस पर उनका फोकस रहेगा। वर्ष 2020 में डॉक्टर बीसी कर्नाटक को प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का पुरस्कार मिला था। पशु चिकित्सा दिवस के मौके पर पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया था। उस वक्त वह हरिद्वार जिले में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात थे।