- राज्यपाल की धर्मपत्नी गुरमीत कौर ने बताया कैसे उनको हुआ फायदा
भुवन उपाध्याय
देहरादून। यदि आप बीमारी का इलाज करते करते और दवा खाते खाते परेशान हो गये हैं और ठीक होने के बजाय और मुश्किल में हैं तो आपके लिए सुजाेक स्माइल थैरेपी ‘रामबाण’ साबित हो सकती है। जिसको एलोपैथी, होम्योपैथी दवा से लाभ नहीं हो सका वह सुजाेक से तंदुरुस्त हुआ है। जी हां! … कुछ ऐसा ही इस उपचार पद्धति से लाभान्वित लोगों ने अपना अनुभव साझा किया।
आज देहरादून के एक होटल में सुजोक स्माइल फाउंडेशन का वार्षिक समारोह मनाया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती गुरमीत कौर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह भी सुजोक के माध्यम से उपचार करा रही हैं और बेहतर हो रही हैं।
सुजोक डायरेक्टर डा सुभाष चौधरी ने सुजॉक थैरेपी के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि जो दवाई लोगों को काम नहीं करती उनको सुजोक थैरेपी के द्वारा ठीक किया जाता है। उनके पास हर तरह के लोग आते हैं। लोग ठीक होकर मुस्कराते हुए जाते हैं। जिन लोगों को फाइनेंस की दिक्कत होती है उनको सुजोक स्माइल फाउंडेशन द्वारा फ्री में ट्रीटमेंट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कई बुजुर्गों को भी ठीक किया है। सुजोक थैरेपी की अध्यक्ष डा सुभाष चौधरी ने बताया कि उन्होंने कई जगह कैंप भी लगाए हैं और लोगों को इस बारे में जागरूक भी किया है। कार्यक्रम का सफल संचालन डा गुरुमीत के नेतृत्व में हुआ। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त कई प्रशिक्षितों को डिग्रियां भी वितरित की गईं।