भुवन उपाध्याय
देहरादून। उत्तराखंड में भी बाबा बर्फानी की गुफा मौजूद है। यहां बाबा बर्फानी विराजते हैं। गढवाल मंडल के चमोली जनपद के चीन सीमा से लगे गांव नीती के टिम्मरसैंण स्थित गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन 28 अप्रैल, रविवार से शुरू हो गए हैं। यहां बर्फ से बनने वाले शिवलिंग में स्थानीय लोगों की भारी आस्था है। रविवार को ही लगभग 200 श्रद्धालुओं ने बर्फानी बाबा के दर्शन का पुण्य लाभ लिया।
चमोली जिले में ब्लॉक मुख्यालय जोशीमठ से करीब 82 किलोमीटर की दूरी पर देश का अंतिम गांव नीती है। गांव से एक किलोमीटर पहले मुख्य मार्ग से करीब 700 मीटर की दूरी पर टिम्मरसैंण नामक स्थान पर भगवान शिव की एक छोटी-सी गुफा है। आसपास के गांवों के लोग गुफा में पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। वहीं, यहां पर भगवान शिव बर्फ से बने शिवलिंग के रूप में दर्शन देते हैं। जिस स्थान पर बर्फ का शिवलिंग दिखाई देता है, उसे स्थानीय लोग ‘बबूक उडियार’ के नाम से जानते हैं। क्षेत्र वासियों का कहना है कि यदि सरकार महादेव के इस वास स्थल के रखरखाव का उचित प्रबंध करे तो भगवान शिव का यह पवित्र धाम उत्तराखंड के आध्यात्मिक पर्यटन के लिए काफी असरकारी साबित होगा।
‘अमरनाथ में ‘स्वयंभू हिमानी शिवलिंग’
हिमालय की गोद में स्थित अमरनाथ हिंदुओं का सर्वाधिक आस्था वाला पवित्र तीर्थस्थल है। पवित्र गुफा श्रीनगर के उत्तर-पूर्व में 135 किलोमीटर दूर समुद्र तल से 14 हजार फीट की ऊंचाई पर है। पवित्र गुफा की लंबाई (भीतरी गहराई) 19 मीटर, चौडाई 16 मीटर और ऊंचाई 11 मीटर है। बता दें अमरनाथ की पवित्र गुफा में बर्फ से नैसर्गिक शिवलिंग का निर्माण होता है। प्राकृतिक हिम से बनने के कारण इसे स्वयंभू हिमानी शिवलिंग और बाबा बर्फानी भी कहा जाता है।