‘मानकों’ का करें पालन और सुखी और सुरक्षित जीवन जीयें : सुधीर बिश्नोई

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  • विश्व मानक दिवस-2022 पर भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा कार्यालय की ओर से आयोजित वर्कशॉप में राज्य प्रमुख ने बताईं मानकीकरण की महत्ता

भुवन उपाध्याय

देहरादून।  सुबह की चाय से लेकर ब्रेकफॉस्ट, लंच और डिनर तक स्टैंडर्ड का मिले यह हर व्यक्ति  चाहता है। इन सब पर जो  उत्पादों का उपयोग होता है उन पर ”मानकों” का ख्याल रखा जा रहा है। आपका आशियाना भी मानक वाला हो, आपके बच्चे का खिलौना, खेलकूद की सामग्री … क्रिकेट का बल्ला हो, चाहे बैडमिंटन या कॉक, फुटबाल इत्यादि सब उत्पाद पर मानक का ख्याल रखा जा रहा है। घर के निर्माण में लगने वाला सीमेंट, सरिया इत्यादि सामग्री पर भी मानक का ख्याल रखा जाता है। महिलाओं के आभूषणों में भी मानक का ख्याल रखा जाता है। हॉल मार्क आभूषण आपके लिए विश्वसनीय बने हैं। रसोई में जाते हैं तो प्रेशर कुकर से लेकर तमाम सामान आपके लिए मानक वाले निर्मित हैं। मानकों का ख्याल इसलिए रखा जाता है ताकि आपको अनचाही मुश्किलों से बचाया जा सके।

आपके जीवन में मानकों के पालन की कितनी जरूरत है इस पर आज भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा कार्यालय की ओर से विश्व मानक दिवस-2022 पर एक वर्कशॉप का आयोजन स्थानीय होटल में किया गया। भारतीय मानक ब्यूरो, देहरादून शाखा कार्यालय के प्रमुख सुधीर बिश्नोई वैज्ञानिक ‘ई‘ एवं प्रमुख ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अपने संबोधन में श्री बिश्नोई ने उपरोक्त बातों को उपस्थित अतिथियों के समक्ष साझा किया। उन्होंने कहा वस्तु या उत्पाद की खरीददारी करते वक्त मानकों का ख्याल तो रखें ही साथ ही संबंधित वस्तु का पक्का बिल लेना न भूलें। इससे भविष्य में आपका उत्पाद गलत निकला या उससे आपको कोई क्षति पहुंची तो नुकसान की भरपाई हो सकेगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के साथ कोई दिक्कत हो तो भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा कार्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं।

श्री बिश्नोई ने कहा कि विश्व मानक दिवस का उद्देश्य नियामकों, उघोगों, उपभोक्ताओं तथा समाज के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था में मानकों की महत्ता के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है। उन्होंने कहा कि 14 अक्टूबर 1946 को 25 देशों के प्रतिनिधियों ने प्रथम बार एकत्र होकर विश्व स्तर पर मानकीकरण की सहजता के उद्देश्य से एक अंतराष्ट्रीय संगठन की स्थापना पर विचार किया। इस दिन का चयन विषेश रूप से इसलिए किया गया है कि वैश्विक स्तर पर उन हजारों विशेषज्ञों के प्रयासों का स्मरण किया जा सके और कृतज्ञता प्रकट की जा सके जिन्होने मानको, को विकसित करने में योगदान दिया। उन्होंने यह भी बताया कि ब्यूरों उत्पाद एवं सेवा क्षेत्र के विभिन्न वर्गों में मानकीकरण के कार्यों के अतिरिक्त विभिन्न प्रमाणन योजनाओं का संचालन भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रमाणन योजनाओं में बढ़ते हुए लाइसेंसों की संख्या यह दर्शाती है कि उद्योगों, उपभोक्ताओं तथा जनसाधारण में मानकों के प्रति विश्वास का सृजन हुआ है।

अपने उद्घाटन भाषण में मुख्य अतिथि डॉ. अनिता रावत, निदेशक, यूसर्क ने इस वर्ष के ‘ विश्व मानक दिवस‘ की थीम ‘‘एक बेहतर विष्व के लिए साझा दृष्टिकोण‘‘ और वर्तमान संदर्भ में इसके महत्व के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सतत विकास भविष्य की पीढ़ी के लिए पर्यावरण की गुणवत्ता से सतझौता किए बिना समाज की प्रगति और देश के आर्थिक विकास की कुंजी है।
कार्यक्रम के दौरान ड़ा हरेन्द्र कुमार गर्ग, अध्यक्ष, एसएमएयू ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अभिजीत सिंह, वैज्ञा.बी ने बीआईएस देहरादून ने भारतीय मानक ब्यूरो की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी, समारोह के दौरान आईएसओ द्वारा विश्व मानक दिवस 2022 पर ‘‘एक बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण‘‘ विषय पर जारी पोस्टर को भी प्रदर्शित किया गया। इसके बाद नीलम सिंह, वैज्ञा.बी बीआईएस देहरादून द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

तकनीकी सत्र में विषयवस्तु ‘‘एक बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण‘‘ पर भारतीय मानक ब्यूरों, देहरादून, मैसर्स करम इंडस्ट्रीज, मैसर्स जीनस इनोवेशन लि. और मैसर्स नोवेटर इलेक्ट्रिकल्स द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया। तकनीकी सत्र के अंत में इस विशय पर परिचर्चा का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन सरिता त्रिपाठी, एसपीओ, भारतीय मानक ब्यूरों, देहरादून द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव नीलम सिंह वैज्ञानिक-सी द्वारा किया गया। बीआईएस देहरादून ने मानकों का ख्याल रखने वाले उद्यमियों को सम्मानित किया। लगातार बीआईएस के साथ मानकीकरण का अनुसरण करने पर राज्य प्रमुख सुधीर बिश्नोई ने सम्मानित किया।