लोगों के खुशहाल जीवन के लिए काम कर रहा है बीआईएस : आईएएस रूचि मोहन रयाल

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  • स्थापना दिवस पर भारतीय मानक ब्यूरो, देहरादून शाखा कार्यालय ने शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया
  • प्रतिदिन उपयोग में आने वाले उत्पादों के स्टैंडर्ड (मानक) को लेकर किया गया जागरूक
  • यूथ टू यूथ अभियान में 400 वॉलेटिंयर को प्रशिक्षण दिया गया है: राज्य प्रमुख सुधीर बिश्नोई

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। स्थापना दिवस पर भारतीय मानक ब्यूरो, देहरादून शाखा कार्यालय ने शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया। उत्तराखंड शासन में अपर सचिव आईएएस रूचि मोहन रयाल ने बीआईएस के द्वारा आम जन के हित में किए जा रहे कार्यों की खूब सराहना की। बीआईएस लोगों के खुशहाल जीवन के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा बीआईएस लोगों के दैनिक जीवन में प्रतिदिन उपयोग में आने वाले उत्पादों के स्टैंडर्ड को लेकर बेहतरीन कार्य कर रहा है।  उन्होंने कहा आप रसोई में जाते हैं तो प्रेशर कुकर से लेकर गैस चूल्हा सभी उत्पाद आईएसआई मॉर्क हों, ताकि आपका जीवन सुरक्षित रहे। बच्चे के खिलौने की खरीद में स्टैंडर्ड देखना जरूरी है, ताकि वह सुरक्षित रहे। आप सोने के गहने बना रहे हैं तो उसमें हॉलमॉर्क जरूरी है, ताकि भविष्य में आपको किसी परेशानी का सामना नहीं करना पडे। रयाल ने कहा इस वर्ष विश्व मानक दिवस की ‘थीम एक बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण’ और वर्तमान संदर्भ में इसके महत्व के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सतत विकास भविष्य की पीढी के लिए पर्यावरण की गुणवत्ता से समझौता किए बिना समाज की प्रगति और देश के आर्थिक विकास की कुंजी है।

अपने संबोधन में भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा प्रमुख एवं निदेशक सुधीर बिश्नोई ने कहा कि लोगों को ‘मानक’ के संबंध में जागरूक करने के उद्देश्य के तहत देहरादून शाखा कार्यालय द्वारा यूथ टू यूथ अभियान में 400 वॉलेटिंयर को प्रशिक्षण दिया गया है। ये वॉलेटिंयर 25-25 लोगों को प्रशिक्षण देंगे, जिससे दस हजार लोगों तक भारतीय मानक ब्यूरो की गतिविधियों की जानकारी पहुंचाई जायेगी। इसके अतिरिक्त भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा कार्यालय ब्लाक स्तर पर ग्राम पंचायत केंद्र और राज्य सरकारों के कार्यक्रमों और योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक वस्तुओं, प्रक्रियाओं और सेवाओं के लिए मानक निर्धारण करके यह कार्य करता है। जिन जिलों में हॉलमार्किंग अनिवार्य नहीं हुई है, उसमें उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सर्वे का कार्य कर रहा है।

प्रमुख एवं निदेशक सुधीर बिश्नोई ने बताया कि उत्तराखंड के गांव-गांव प्रचार अभियान शुरू कर दिया गया है। ग्राम प्रधानों से ग्राम स्तर पर लोगों को ‘मानक’ के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को ‘माध्यम’ बनाया जा रहा है। बिश्नोई ने कहा कि हमारा उद्देश्य उपभोक्ताओं में जागरूकता लाना है। लोगों को यह बताना है कि वह जो भी दैनिक उपयोग की वस्तुएं खरीद रहे हैं, वे स्टैंडर्ड (मानक) वाली हों।
बिश्नोई ने बताया भारतीय मानक ब्यूरो, भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के अधीन कार्यरत एक स्वायत्तशासी निकाय है, जो कि उत्पाद प्रमाणन योजना के अंतर्गत आई.एस.आई. मार्क, हॉलमार्किंग योजना के अंतर्गत हॉलमार्क एवं इसी प्रकार के अन्य प्रमाणन योजनाओं को संचालित करने वाला राष्ट्रीय मानक निकाय है।
शाखा प्रमुख बिश्नोई ने भारतीय मानक ब्यूरो की गतिविधियों जैसे हॉलमार्किंग, आईएसआई मार्क एवं अन्य गुणवत्ता से संबधित जानकारी दी। उपभोक्ताओं तथा उद्योगों के हित को ध्यान में रखते हुए बीआईएस की कार्यप्रणाली जैसे- मानक निर्धारण, उत्पादन प्रमाणन योजना तथा इसके अतंर्गत 533 उत्पाद अनिवार्य हैं, एवं अनिवार्य पंजीकरण योजना, हॉलमार्किग योजना, ईको मार्क सिक्टम के बारे में भी जानकारी दी। शाखा प्रमुख ने BIS के ऑनलाइन प्लेटफार्म एवं BIS Care App के बारे में बताया। उन्होंने कहा इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं तथा इसके माध्यम से हम स्वर्ण आभूषणों की प्रामाणिता की जांच कर सकते हैं। HUID संख्या का सत्यापन कर सकते हैं। इस ऐप के माध्यम से किसी भी ISI मार्क लाईसेंस का ब्यौरा भी जाँच सकते हैं।

बिश्नोई ने बतया कि उत्तराखण्ड़ में 5 जिलों में (देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़ तथा नैनीताल) में स्वर्ण आभूषणों की अनिवार्य हॉलमार्किंग को लागू किया गया है तथा अन्य जिलों में भी बीआईएस रजिस्टर्ड ज्वैलर्स उपलबध है जिससे हॉलमार्क आभूषण खरीदे जा रखते हैं।

कार्यक्रम में चेयरमैन एसएमऐयू डा हरेंद्र गर्ग, उद्योगपति पंकज गुप्ता, मैनेजिंग डायरेक्टर आरोग्य फोरमुलेशनस प्रा0लि0 डा मोहिन्द्र आहूजा, अल्ट्राटेक ग्रुप से मोनिश पानीग्रही, एचओडी गुरूकुल कांगणी यूनिवर्सिटी डा सतेंद्र कुमार राजपूत, संयुक्त निदेशक बीआईएस श्याम कुमार, सरिता त्रिपाठी, संतोष बिष्ट, श्रीकांत मिश्रा, अनीता चौहान, नीरज, समीर, सचिन आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक सी नीलम सिंह ने किया।