संजीवनी दिवाली फ़ेस्ट जैसे आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की ओर एक कदम : गीता धामी

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  • मेले के समापन समारोह में पहुंचीं मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की धर्मपत्नी गीता धामी
  • राज्य सरकार द्वारा “वन डिस्टिक टू प्रोडक्ट” से भी स्थानीय उत्पादों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है : गीता धामी 

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून।  सिविल सर्विस ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन द्वारा ओल्ड मसूरी रोड, देहरादून स्थित सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट में आयोजित संजीवनी दिवाली फेस्ट – 2022 का रविवार को समापन हुआ, इस समापन समारोह के अवसर पर श्रीमती गीता धामी ने मुख्य अतिथि के रुप में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए करीब 70 स्टालों का अवलोकन किया, जिसमे उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों एवं खानपान को प्रमुखता से दर्शाया गया था, इस दौरान उन्होंने स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की एवं उससे संबंधित जानकारियां प्राप्त की।

श्रीमती गीता धामी ने संजीवनी द्वारा आयोजित फेस्ट की अत्यधिक सराहना करते हुए कहा कि जहां एक ओर समस्त अधिकारीगण उत्तराखंड के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं वहीं महिलाएं समाज सेवा एवं अंतोदय के भाव के साथ राज्य एवं देश के विकास में अपना सहयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा संजीवनी संस्थान द्वारा अयोजित मेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की ओर एक कदम है। उन्होंने कहा आज महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर स्वयं अपने परिवारों का भरण पोषण कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा “वन डिस्टिक टू प्रोडक्ट” से भी स्थानीय उत्पादों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष भी संजीवनी दिवाली फेस्ट दो दिनों तक चला, इस साल मेला वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत एवं महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित रहा।  इस दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों को स्टालों के माध्यम दिखाया गया, जिसमे पौड़ी जिले में बने मँड़ुवे के बिस्कुट, पहाड़ी फलों जैसे माल्टा, संतरा के जूस, घरों में निर्मित अचार, नैनीताल जिले के स्थानीय उत्पादों, विकासनगर क्षेत्र में निर्मित स्टॉल, शॉल, मफलर, स्वेटर, उत्तरकाशी में निर्मित पंखी, पूजा आसान , पिथौरागढ़ जिले से ऐपण डिजाइन साड़ियाँ, एवं तांबे के बर्तन, जोशीमठ की राजमा, पहाड़ी अंजीर के उत्पाद, रिंगाल के उत्पाद, हाथ से बनी मोमबत्ती, मिट्टी के बर्तन, दिए, रिंगाल के उत्पादों , गाय के गोबर से बने उत्पाद, पेंटिंग, साथ ही हरिद्वार में दिव्यांजन बच्चों द्वारा निर्मित सजावट सामग्री, मोमबत्ती आदि के विशेष उत्पादों को जगह दी गई थी, साथ ही मेले में लगाए गए स्टाल अधिकांश महिलाओं द्वारा संचालित किए गए।

इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष डॉ हरलीन कौर संधु, संजीवनी संस्था की सचिव श्रीमती रश्मि बर्द्धन, उपाध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक, कोषाध्यक्ष श्रीमती अंजलि सिन्हा, अंशु पांडे, अनुराधा सुधांशु, आकांक्षा सिन्हा, मथानी फैनई, गुंजन यादव, हरिका राजेश, रजनी तोमर, शिखा पांडे, विनीता कुंवर एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।