- प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसायटी ने किया आयोजन
क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसायटी ने 12 मार्च को एंडोमेट्रियोसिस जागरूकता वॉकथॉन का आयोजन किया। वॉकथॉन का विषय समाज में एंडोमेट्रियोसिस के बारे में जागरूकता फैलाना था। डीजीपी उत्तराखंड श्री अशोक कुमार जी और श्रीमती अलकनंदा अशोक, डीन कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, पंत नगर ने रविवार की सुबह वॉकथॉन को झंडी दिखाकर रवाना किया।
श्रीमती अलकनंदा अशोक ने पैल्विक दर्द के आयात कारण के रूप में एंडोमेट्रियोसिस के बारे में अपनी चिंता साझा की। श्रीमती अलक नंदा ने देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 120 प्रतिभागियों के साथ वॉकथॉन का नेतृत्व किया। हम महिलाओं के बीच एंडोमेट्रियोसिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उनके प्रयासों को स्वीकार करते हैं।
इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. आरती लूथरा, प्रेसिडेंट GODS द्वारा किया गया था, और डॉ. आकृति गुप्ता द्वारा समन्वयित किया गया था और देहरादून के सभी प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा समर्थित किया गया था, जिसमें डॉ. सुमन सेठी, डॉ. आशा रावल, डॉ. सर्वेश्वरी नौटियाल, डॉ. निशा गेरा, डॉ. रीना आहूजा, डॉ. निमिशा कला, डॉ. तुषार अग्रवाल, डॉ. मेघना श्रीवास्तव, अंशु कक्कड़ और इंद्रेश अस्पताल के पीजी शामिल हुए। रोटरी ई-क्लब 3080 के रूप में विभिन्न संगठनों का प्रतिनिधित्व विकास दीवान, सुशांत आहूजा और मोहित गोयल ने किया। एसजेए एलुमनी एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व इसके अध्यक्ष प्रवीण चंडोक ने किया, आर्ट ऑफ लिविंग का प्रतिनिधित्व अनिल मिश्रा और अपर्णा मिश्रा ने किया और देहरादून क्लब मॉर्निंग टेनिस एसोसिएशन ने अपनी उपस्थिति से वॉक का समर्थन किया।
वॉकथॉन एस्ले हॉल से क्लॉक टॉवर, बुद्धा चौक, परेड ग्राउंड होते हुए दृष्टि आई इंस्टीट्यूट पर समाप्त हुआ। देहरादून ऑब्ज एंड गायनी सोसाइटी ने बैनर और प्लेकार्ड के माध्यम से एंडोमेट्रियोसिस के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने की कोशिश की । एंडोमेट्रियोसिस की इस गंभीर बीमारी की रोकथाम और शीघ्र निदान के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर सभी डॉक्टरों द्वारा चर्चा की गई।
डॉ. आरती लूथरा ने जोर देकर कहा कि दस में से एक महिला एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित हो सकती है, जिससे पीरियड्स के दौरान गंभीर दर्द होता है, ओवेरियन सिस्ट, इनफर्टिलिटी और क्रॉनिक पेल्विक पेन होता है। इस प्रोग्राम को टीम दृष्टि द्वारा हर तरह से सपोर्ट किया गया।