वीडियो देखें … उपभोक्ताओं को उत्पादों में ‘मानक’ की महत्ता बताने गांव-गांव प्रचार कर रहे हैं : सुधीर बिश्नोई

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  • भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा ने उत्तराखंड के गांवों में प्रधानों के माध्यम से जागरूकता अभियान किया शुरू
  • मानक ब्यूरो के राज्य प्रमुख एवं निदेशक ने कहा- ग्राम प्रधानों और विद्यार्थियों का लिया जा रहा सहारा

भुवन उपाध्याय

देहरादून। सुनें उपभोक्ता … आपके लिए बड़ी काम की खबर है… आप अपने जीवन में जो भी उत्पाद (वस्तु) उपयोग में लाते हैं उनमें ‘मानक’ की कितनी महत्ता है इस संबंध में भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा द्वारा वृहद स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए अब उत्तराखंड के गांव-गांव प्रचार अभियान शुरू कर दिया गया है। भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा के प्रमुख एवं निदेशक सुधीर बिश्नोई ने बताया कि ग्राम प्रधानों से ग्राम स्तर पर लोगों को ‘मानक’ के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को ‘माध्यम’ बनाया जा रहा है। बिश्नोई ने ब्यूरो के राज्य कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य उपभोक्ताओं में जागरूकता लाना है। लोगों को यह बताना है कि वह जो भी दैनिक उपयोग की वस्तुएं खरीद रहे हैं, वे स्टैंडर्ड (मानक) वाली हों।

14 अक्टूबर को विश्व मानक दिवस का होता है आयोजन : बिश्नोई

प्रेसवार्ता में उपस्थित राज्य प्रमुख सुधीर बिश्नोई एवं संयुक्त निदेशक।

बिश्नोई ने बताया भारतीय मानक ब्यूरो, भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के अधीन कार्यरत एक स्वायत्तशासी निकाय है, जो कि उत्पाद प्रमाणन योजना के अंतर्गत आई.एस.आई. मार्क, हाॅलमार्किंग योजना के अंतर्गत हाॅलमार्क एवं इसी प्रकार के अन्य प्रमाणन योजनाओं को संचालित करने वाला राष्ट्रीय मानक निकाय है। भारतीय मानक ब्यूरो, देहरादून शाखा कार्यालय के वैज्ञानिक एफ एवं प्रमुख सुधीर बिश्नोई ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो हर वर्ष 14 अक्टूबर को विश्व मानक दिवस का आयोजन करता है। जिसका उद्देश्य मानकीकरण वस्तुओं की गुणवत्ता के बारे में जानकारी साझा करना है।

यूथ टू यूथ अभियान में 400 वाॅलेटिंयर को प्रशिक्षण दिया गया है: राज्य प्रमुख

प्रमुख बिश्नोई ने कहा कि देहरादून शाखा कार्यालय द्वारा यूथ टू यूथ अभियान में 400 वाॅलेटिंयर को प्रशिक्षण दिया गया है, जो 25-25 लोगों को प्रशिक्षण देंगे, जिससे दस हजार लोगों तक भारतीय मानक ब्यूरो की गतिविधियों की जानकारी पहुंचाई जायेगी। इसके अतिरिक्त भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा कार्यालय ब्लाक स्तर पर ग्राम पंचायत केंद्र और राज्य सरकारों के कार्यक्रमों और योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक वस्तुओं, प्रक्रियाओं और सेवाओं के लिए मानक निर्धारण करके यह कार्य करता है। जिन जिलों में हाॅलमार्किंग अनिवार्य नहीं हुई है, उसमें उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सर्वे का कार्य कर रहा है।

शाखा प्रमुख बिश्नोई ने भारतीय मानक ब्यूरो की गतिविधियों जैसे हाॅलमार्किंग, आईएसआई मार्क एवं अन्य गुणवत्ता से संबधित जानकारी दी। उपभोक्ताओं तथा उद्योगों के हित को ध्यान में रखते हुए बीआईएस की कार्यप्रणाली जैसे- मानक निर्धारण, उत्पादन प्रमाणन योजना तथा इसके अतंर्गत 533 उत्पाद अनिवार्य हैं, एवं अनिवार्य पंजीकरण योजना, हाॅलमार्किग योजना, ईको मार्क सिक्टम के बारे में भी जानकारी दी। शाखा प्रमुख ने BIS के आॅनलाइन प्लेटफार्म एवं BIS Care App के बारे में बताया। उन्होंने कहा इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं तथा इसके माध्यम से हम स्वर्ण आभूषणों की प्रामाणिता की जांच कर सकते हैं। HUID संख्या का सत्यापन कर सकते हैं। इस ऐप के माध्यम से किसी भी ISI मार्क लाईसेंस का ब्यौरा भी जाँच सकते हैं।

देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, पिथौरागढ़, नैनीताल में स्वर्ण आभूषणों की अनिवार्य हाॅलमार्किंग लागू

बिश्नोई ने बतया कि उत्तराखण्ड़ में 5 जिलों में (देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़ तथा नैनीताल) में स्वर्ण आभूषणों की अनिवार्य हाॅलमार्किंग को लागू किया गया है तथा अन्य जिलों में भी बीआईएस रजिस्टर्ड ज्वैल्र्स उपलबध है जिससे हाॅलमार्क आभूषण खरीदे जा रखते हैं।

प्रेसवार्ता में संयुक्त निदेशक बीआईइस श्याम कुमार भी उपस्थित रहे।