शहरी विकास मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने उत्तराखंड मेट्रो कॉर्पोरेशन द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रगति समीक्षा की
क्रांति मिशन ब्यूरो
ऋषिकेश। वित्त व संसदीय कार्य, शहरी विकास, आवास, पुनर्गठन व जनगणना मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड मेट्रो कॉर्पोरेशन द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रगति समीक्षा की। विधानसभा स्थित कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में अग्रवाल ने एमडी उत्तराखंड मेट्रो जितेंद्र त्यागी से परियोजना की वर्तमान अद्यतन स्थिति जानी। एमडी ने डॉ अग्रवाल को बताया कि 1852 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली देहरादून मेट्रो नियो परियोजना जिसमें दो कॉरिडोर तथा साढ़े 22 किलोमीटर लंबाई है, उन्होंने बताया इसमें 25 स्टेशन होंगे और राज्य सरकार द्वारा इसकी स्वीकृति मिलने के पश्चात केंद्र सरकार में विचाराधीन है। इस पर डॉ अग्रवाल ने छह माह के भीतर कार्यवाही को पूर्ण करने के बाद टेंडर प्रक्रिया को अमल में लाने के निर्देश दिए।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि हरिद्वार शहर में हरिद्वार दर्शन के नाम से पॉड टैक्सी चलाई जानी है, इसकी भी डीपीआर तैयार हो चुकी है, बताया कि 04 कॉरिडोर्स और 21 किमी की लंबाई वाले हरिद्वार दर्शन की लागत 1650 करोड़ है। उन्होंने बताया कि जल्द यह परियोजना कैबिनेट के प्रस्ताव में यह परियोजना लाई जाएगी।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि हर की पौड़ी में दीनदयाल पार्किंग से चंडी देवी मंदिर रोपवे परियोजना पीपीपी मॉडल से कैबिनेट से स्वीकृत है। उन्होंने बताया कि लोग स्टेशन के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से एनओसी अपेक्षित है।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि ऋषिकेश आईएसबीटी से त्रिवेणी घाट होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर तथा पार्वती मंदिर तक रोपवे परियोजना जो करीब साडे 6 किलोमीटर लंबा रोपवे है पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा उन्होंने बताया कि उत्तराखंड मेट्रो द्वारा अनुमोदित यह प्रोजेक्ट जल्द ही कैबिनेट के प्रस्ताव में लाया जाएगा।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि सभी परियोजनाओं के निर्माण से जहां एक ओर गुणवत्तापूर्ण, प्रदूषण मुक्त, वातानुकुलित एवं आरामदायक परिवहन सुविधा प्राप्त होगी, वहीं दूसरी ओर वर्तमान सड़क पर परिवहन एवं भीड़ कम करने में सहयोगी होगी। इससे यातायात का दबाव भी कम होगा। इन परियोजनाओं से यात्रियों एवं पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा एवं समय की बचत होगी। इससे राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में वृद्धि होगी।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि मेट्रो नियो के निर्माण में राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के साधन भी पैदा होंगे और पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।