- धाम पहुंचने पर मंदिर समिति के सदस्यों एवं तीर्थ पुरोहितों ने स्वागत किया
क्रांति मिशन ब्यूरो
श्री केदारनाथ धाम। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के उपरांत भगवान शिव के प्रिय गण नंदी महाराज का जलाभिषेक किया। मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली एवं विश्व कल्याण की कामना की। इसके बाद उन्होंने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का की समीक्षा की। इससे पूर्व श्री केदारनाथ धाम पहुंचने पर मुख्यमंत्री धामी का मंदिर समिति के सदस्यों एवं तीर्थ पुरोहितों द्वारा स्वागत किया गया।
केदारनाथ धाम में निर्माण कार्यों की समीक्षा की
एक दिवसीय दौरे पर बाबा केदारनाथ धाम के दर्शनों को पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडे, आईजी पुलिस गढ़वाल करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा वीआईपी हैलीपैड पर स्वागत किया। ड्यूटी पर मौजूद सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का अभिनंदन करने के बाद मुख्यमंत्री तीर्थ पुरोहित समाज एवं मुख्य पुजारी से मिले। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ मंदिर में प्रवेश कर विशेष पूजा अर्चना एवं रुद्राभिषेक कर संपूर्ण विश्व एवं मानवता के कल्याण की कामना की। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के सतत विकास के लिए भी बाबा केदार से आशीर्वाद मांगा। करीब 20 मिनट पूजा के पाश्चात्य मुख्यमंत्री ने धाम में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों का अभिवादन कर श्रावण मास की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग का आशीर्वाद प्राप्त किया वहीं तीर्थ पुरोहितों के साथ धाम में चल रहे निर्माण एवं अन्य विकास कार्यों के संबंध में चर्चा कर विकास कार्यों के सुझाव मांगे। उन्होंने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का की समीक्षा करते हुए निर्माण एवं पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने एवं गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए समयबद्धता के साथ सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीकेटीसी योगेन्द्र सिंह, प्रभारी कार्यकारी अधिकारी आरसी तिवारी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, अनूप सेमवाल, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, विनोद शुक्ला, किशन बगवाड़ी, उमेश पोस्ती, केशव तिवारी, दिनेश बगवाड़ी सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारी एवं तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।