Big News : संघ स्वयंसेवकों ने हिंदू किशोरी को समुदाय विशेष के डेढ़ दर्जन लड़कों संग घूमते हुए पकड़ा, थाना पुलिस ने सूचना पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए लड़की को भेजा नारी निकेतन

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‘क्रांति मिशन’ की अपील … किसी का बच्चा गलत संगत में न पड़ें इसके लिए सभी को जागरूक रहने की है दरकार

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। 15 से 20 वर्ष की आयु तक बालक-बालिकाओं के मन मस्तिष्क में अधिक चंचलता का रहना स्वाभाविक है। इस आयु में सही मार्गदर्शन और समाज का माहौल उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए लिफ्ट का कार्य करता है। पहले के समय में बच्चा किसी का भी हो पड़ोसी ही नहीं बल्कि आस-पास के इलाके के बड़े बुजुर्ग भी उनकी गतिविधियों में नजर रखते थे और बच्चे के मार्ग भटकने में उसे तत्काल टोक दिया करते थे, जिससे बच्चे किसी के भी हों वे कच्ची उम्र में जीवन में गलत दिशा में नहीं भटकते थे। अब समय बदल गया है। यदि किसी पड़ोसी के भी बच्चे को गलती पर टोक दिया जाए तो सराहना स्वरूप सम्मान तो नहीं मिलता बल्कि उसमें आपको दो बातें सुनने को अवश्य मिल जाया करती हैं। इसलिए अब समाज में सम्मानितजन और बड़े बुजुर्ग आसपास किसी का भी बच्चा गलत हरकत करते पाये जाने पर उसे टोकने का सामाजिक कार्य नहीं करते हैं। यदि आपको कोई किशोर सिगरेट की कस लगाते हुए मिल जाए या फिर कोई किशोर-किशोरी साथ-साथ गलत हरकतें करते मिल जाएं तो सम्मानिज जन उसे सीधे टोकने से परहेज कर रहे हैं। यह सब हमारे बदलते परिवेश और पश्चिमी सभ्यता के हावी होने का नतीजा ही है।

आज ‘क्रांति मिशन’ की ओर से उपरोक्त कुछ महत्वपूर्ण समाजहित में बातें आपको इसलिए याद दिलाई जा रही हैं कि इसके पीछे गत दिवस यहां देहरादून जनपद के बाजार चौकी पटेलनगर के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में घटी एक घटना को बताया जाना है। घटना भले यहां की है लेकिन इस तरह का वाक्या तमाम जगह आपको देखने को आएदिन मिलता रहा होगा। ब्रह्मपुरी क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा लगती है। इस पवित्र स्थल पर गत दिवस एक किशोरी समुदाय विशेष के डेढ़ दर्जन से अधिक लड़कों संग  टहलते और बातचीत करते हुए पाई गई। सूचना पर संघ के स्वयंसेवक मौके पर पहुंच गए और पुलिस को बुला लिया गया। थाना पुलिस ने सूचना पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए लड़की को नारी निकेतन भेज दिया गया है।

एक वरिष्ठ स्वयं सेवक द्वारा इस संबंध में बताया कि पुलिस पूछताछ में उक्त किशोरी द्वारा पहले तो खूब टहलाया गया। लेकिन सख्ती करने पर उसने खुद को हिमाचल प्रदेश निवासी बताया और अपने ताउ का फोन नंबर दिया। आखिरकार किशोरी के ताउ से फोन पर बात हुई।  किशोरी हिमाचल प्रदेश से उत्तराखंड के देहरादून जिले के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में अपनी मां के साथ कमरा किराये पर लेकर रह रही है। स्वयं सेवकों द्वारा बताया गया कि पुलिस द्वारा उक्त किशोरी को नारी निकेतन भेज दिया गया है।

समीक्षा –

‘क्रांति मिशन’ लोकप्रिय समाचार पोर्टल और समाचार पत्र है, इसके माध्यम से यह समाचार प्रमुखता से इसलिए प्रकाशित किया गया है ताकि समाज के जागरूक जनों को इसका ‘भान’ हो सके कि बच्चे किसी भी परिवार के हों लेकिन पथभ्रष्ट होंगे तो समूचे समाज में इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा। समय रहते इस विषय में जागरूक होने की जरूरत है, पहले की तरह क्यों नहीं हम एक-दूसरे के और आसपास के बच्चों को मार्ग भटकने से रोकें। ऐसा पाये जाने पर तत्काल स्थानीय पुलिस को अवश्य सूचित करें।