- मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व.हेमवती नन्दन बहुगुणा की जयन्ती पर किया भावपूर्ण स्मरण
- स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा को बताया विलक्षण प्रतिभा का धनी
क्रांति मिशन ब्यूरो
अल्मोड़ा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को अल्मोड़ा में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा की 104वीं जयंती के अवसर पर जनसेवा आधारित बहुद्देशीय शिविर एवं कृषक महोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा को विलक्षण प्रतिभा का धनी बताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 256.75 करोड की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। जिसमें 217.75 करोड की योजनाओं का शिलान्यास तथा 39 करोड की योजनाओं का लोकार्पण सामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा का स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी के बाद देश को और विशेष रूप से अविभाजित उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने में उनका अमूल्य योगदान रहा। उन्होंने अपनी विलक्षण बौद्धिक प्रतिभा के बल पर भारतीय राजनीति में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनायी। अपने राजनैतिक जीवन में स्वर्गीय बहुगुणा जी ने यूपी के मुख्यमंत्री तथा केन्द्र में मंत्री रहते हुए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं प्रारंभ की। वे पहाड़ के ऐसे महान नेता थे जिन्होंने तमाम संवैधानिक पदों पर रहते हुए भी उत्तराखण्ड के विकास और उत्तराखंडियों के हित के लिए अनेक कदम उठाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय बहुगुणा जी ने स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद के कई दशकों तक भारत की राजनीति को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. हेमवती नन्दन बहुगुणा का पहाड़ और उत्तराखंड के प्रति अतुलनीय स्नेह था। पहाड़ो के विकास के लिये एक सपना था, एक चिन्तन था। स्व. बहुगुणा ने पहाड़ के विकास के लिए जो सपना देखा था उस सपने को पूर्ण करने के लिये हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में निरंतर प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, आज अभूतपूर्व रूप से भारत का सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है। सनातन संस्कृति का परचम विश्व में लहरा रहा है और हमारी आस्था के केन्द्रों का इतिहास और महत्व उसी गौरव के साथ प्रदर्शित किया जा रहा है, जिसके साथ इसे किया जाना चाहिए था।चाहे श्री राम मंदिर का निर्माण हो, बाबा विश्वनाथ मंदिर का अविस्मरणीय पुनरुद्धार हो, केदारपुरी व बद्रीनाथ पुरी का पुनर्निर्माण व सौन्दर्यीकरण हो या हाल ही में राष्ट्र को समर्पित श्री महाकाल लोक हो। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत की अस्मिता के प्रतीकों व सांस्कृतिक धार्मिक- धरोहरों को जिस प्रकार से संरक्षित व संवर्धित किया जा रहा है उसकी शब्दों में व्याख्या संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है क्योंकि आज भगवान केदार के कपाट खुल गए हैं। 2013 की आपदा से क्षतिग्रस्त केदारपुरी का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कायाकल्प हुआ है अब हम सबके सामने दिव्य एवं भव्य केदारनाथ मंदिर मौजूद है। यही नही बद्रीनाथ का मास्टर प्लान के तहत विकास हो रहा है। केदारनाथ धाम में रोपवे का भी निर्माण किया जा रहा है। मानसखंड में आने वाले सभी मंदिरों का भी विकास किया जा रहा है, उसका मास्टर प्लान तैयार हो गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता के लिए गठित समिति कार्य कर रही है तथा राज्य में इस ड्राफ्ट के तहत कार्य होगा। राज्य में धर्मांतरण को लेकर सख्त कानून बनाया है। नकल विरोधी कानून बनाकर युवाओं के भविष्य को सुरक्षित किया है। युवाओं के भविष्य के प्रति सरकार गंभीर है। नई खेलनीति युवाओं के लिए नए अवसर लाएगी। पर्यटन, उद्योग, सौर ऊर्जा के लिए नई नीति लाई जाएगी। स्वरोजगार को भी प्रोत्साहन देने के लिए नई पोलीहाउस योजना लागू की गयी है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिकों के आश्रितों एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्य वालों को भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर जिन जनकल्याणकारी विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है उन योजनाओं के पूर्ण होने पर इस क्षेत्र में विकास के एक नए युग का सूत्रपात होगा। क्योंकि ये सभी योजनाएं स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल और सिंचाई की क्षमता के विकास सहित अन्य जनोपयोगी तथा जनहितकारी क्षेत्रों से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि जब तक हमारी सरकार उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ को पूर्ण नहीं कर लेगी तब तक चैन से नहीं बैठेगी। उत्तराखण्ड के समग्र विकास में हम प्राण प्रण से जुटे रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के स्टॉलों का भी निरिक्षण किया। स्टॉलों के माध्यम से लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गई। इस बहुउद्देशीय शिविर में आधार केंद्र, चिकित्सा, कृषि, उद्यान, उद्योग, बाल विकास, सहकारिता, समाज कल्याण समेत अन्य विभागों के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को लाभान्वित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कृषि विभाग के किसान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया तथा किसान महोत्सव का उद्घाटन भी किया। इस शिविर के माध्यम से कृषि विभाग ने किसानों को 40 छोटे एवं 8 बड़े कृषि यंत्र भी प्रदान किए। 4 किसानों को उत्कृष्ठ कार्य हेतु पुरस्कृत किया। 25 आवेदन पीएम किसान सम्मान निधि के प्राप्त किए। 42 लोगों का पीएम किसान सम्मान निधि प्रकरण का निस्तारण किया गया। होम्योपैथी विभाग ने 130 लोगों की स्वास्थ्य जांच की तथा उनको औषधि वितरित की ।समाज कल्याण विभाग के माध्यम से 8 लोगों के यूडीआईडी कार्ड बनाए गए। 3 लोगों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराए गए।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन रामदास, सौरभ बहुगुणा, सांसद अजय टम्टा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने स्व श्री बहुगुणा जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनको श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।