Top Breaking : मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की पहल को विपक्षी विधायकों ने सराहा, सभी ने कहा- उत्तराखंड का विकास ऐसे ही होगा

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  • उत्तराखंड के विकास के लिए ‘भगीरथ’ प्रयास कर रहे मुख्यमंत्री धामी ने कहा- सबको साथ लेकर बनाएंगे राज्य को देश में ‘नंबर वन’
  • मुख्यमंत्री के अधिकारियों को निर्देश … विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं का हो त्वरित समाधान
    राज्य के समग्र विकास में सबकी भागीदारी हो सुनिश्चित

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। विकास की राह पर सरपट दौडने के लिए छटपटा रहे युवा उत्तराखंड को ‘सकारात्मक ऊर्जा’ से भरपूर नेतृत्व की दरकार है। ऐसा नेतृत्व जो सभी को साथ लेकर चले …। राज्य को भाग्यवश ऐसा ही नेतृत्व वर्तमान में पुष्कर सिंह धामी के रूप में मिला है। मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के विकास की सोच के साथ काम करते हुए आगे बढने का ‘भगीरथ’ प्रयास कर रहे हैं। सत्ता पक्ष ही नहीं विपक्ष भी पुष्कर धामी की कथनी और करनी का मुरीद है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के सभी विधायकों … जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी विधायक शामिल हैं से अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए प्रस्ताव मांगे थे। आज मुख्यमंत्री ने विपक्ष के विधायकों को उनकी विधानसभा सीटों की समस्याओं के निस्तारण हेतु आमंत्रित किया और उनके साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि विधायकों द्वारा इंगित की जाने वाली विधानसभा क्षेत्रों की प्रमुख समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए, उनका समाधान करें। राज्य के समग्र विकास के लिए सबको एकजुट होकर कार्य करना होगा। जिलाधिकारी भी जनपदों में समय-समय पर विधायकों के साथ बैठक कर उनके क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा। सीएम ने कहा सबको साथ लेकर बनाएंगे उत्तराखंड को नंबर वन राज्य। बैठक के दौरान विधायकों ने प्रदेश के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री धामी द्वारा की जा रही पहल की सराहना की। उन्होंने इस पहल को राज्य के व्यापक हित में भी बताया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में विधानसभा क्षेत्र यमुनोत्री, बद्रीनाथ, प्रतापनगर, चकराता, ज्वालापुर, भगवानपुर, झबरेड़ा, पिरान कलियर, मंगलौर, लक्सर, खानपुर एवं हरिद्वार ग्रामीण की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिये। मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाई जाय। यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रीष्म काल में लोगों को पेयजल की किल्लत न हो। विकास कार्यों में तेजी लाने तथा क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए जिलाधिकारी कार्यों की प्रगति को देखने के लिए अधिकारियों को क्षेत्र आवंटित करें एवं समय-समय पर स्वयं निरीक्षण करें। आपदा प्रबंधन की दृष्टि से तहसील स्तर पर भी आवश्यक उपकरणों एवं मानव संसाधन की पूरी व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में कृषि, बागवानी, पर्यटन, उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सराकर द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य शिक्षा, कनेक्टिविटी को और सृदृढ़ बनाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। लोगों की आजीविका में वृद्धि के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।

बैठक में विधायकों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुदृढ़कीरण, पेयजल के लिए हैण्डपम्पों की आवश्यकता, पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने, बाढ़ सुरक्षा के कार्य, कूड़ा निस्तारण की समस्या, ड्रेनेज एवं सीवरेज की समस्या एवं अपने क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा। बैठक के दौरान विधायकों ने प्रदेश के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री धामी द्वारा की जा रही पहल की सराहना की। उन्होंने इस पहल को राज्य के व्यापक हित में भी बताया।

ये सम्मानित विधायक और अधिकारी रहे उपस्थित

विधायक प्रीतम सिंह, ई. रवि बहादुर, ममता राकेश, वीरेन्द्र कुमार, फुरकान अहमद, सरवत करीम अंसारी, शहजाद, अनुपमा रावत, संजय डोभाल, विक्रम सिंह नेगी, राजेन्द्र सिंह भण्डारी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, नितेश झा, बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, एच.सी. सेमवाल, दीपेन्द्र चौधरी, डॉ. आर राजेश कुमार, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, विभिन्न विभागीय अधिकारी, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी जुडे।