थैंक्यू क्रांति मिशन … पांच दिन से लापता बरेली के युवक मिले सकुशल

फॉलोअप ... बरेली से देहरादून स्थित मेडिटेशन धमके परिजन तो ऑन हो गये लापता युवकों के बंद फोन, परिजनों ने युवकों की सकुशल बरामदगी पर जताया आभार

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क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित मेडिटेशन सेंटर से पांच दिन से लापता उत्तर प्रदेश के मीरगंज, बरेली निवासी दो युवकों संगम गुप्ता (31 वर्ष) निवासी मीरगंज बरेली, उत्तर प्रदेश एवं उसका एक मित्र हितांशु बेनीवाल (26 वर्ष) के बंद फोन आज (16 मई, बृहस्पतिवार) को दोपहर के वक्त तब खुले जब दोनों के परिजन मेडिटेशन सेंटर धमक गए। पांच दिन से परिजन मेडिटेशन सेंटर में युवकों की कुशलता के बावत फोन करते आ रहे थे। बार-बार युवकों के बावत मेडिटेशन सेंटर से बयान बदले जाने से परिजन घबरा गए थे और थक हारकर परिजनों ने बरेली के मीरगंज थाना पुलिस से युवकों की सकुशल बरामदगी के लिए गुहार लगाई। लापता युवक संगम गुप्ता के मामा अनिल गुप्ता, संगम के पिता, चचेरा भाई, हितांशु बेनीवाल के चाचा आज मेडिटेशन सेंटर पहुंचे तो पांच मिनट के भीतर युवकों के फोन ऑन हो गए और युवकों ने घर पर अपने-अपने परिजनों से बात करके खुद को हरिद्वार में होना बताया। अब युवक हरिद्वार थे या देहरादून यह तो परिजनों को बरेली घर पहुंचने के बाद ही पता चल सकेगा। चूंकि युवकों ने खुद ही फोन किया और बरेली लौटने की बात कही। युवकों की सकुशल बरामदगी से प्रशन्न दोनों के परिजनों ने ‘क्रांति मिशन’ का आभार व्यक्त किया। दोनों युवकों के परिजनों ने बताया कि क्रांति मिशन न्यूज पोर्टल में विस्तार से फोटो सहित खबर प्रकाशित होने से 24 घंटे में ही युवकों की सकुशल बरामदगी हुई।

घटनाक्रम जानें

8 मई, बुधवार को उत्तर प्रदेश के मीरगंज, बरेली निवासी दो युवकों का 12 मई, रविवार से परिजनों से संपर्क नहीं हुआ है। मेडिटेशन सेंटर फोन करने पर परिजनों को बताया गया कि दोनों युवक 11 मई, शनिवार को सुबह 8 बजे सेंटर से जा चुके हैं जबकि परिजनों के मुताबिक युवकों से उनकी 12 मई, रविवार को दोपहर लगभग 12 बजे फोन पर बात हुई तो युवकों ने खुद को मेडिटेशन सेंटर में होना बताया था। युवकों से जब परिजनों की बात हुई थी उसके बाद से उनका फोन स्वीच ऑफ आ आ रहा है। युवकों का अता-पता नहीं चलने और फोन बंद आने से घबराये परिजनों ने क्रांति मिशन न्यूज पोर्टल में न्यूज प्रकाशित करने के लिए बरेली से फोन कर हेल्प की गुहार लगाई। संगम के मामा अनिल गुप्ता ने बताया कि 16 मई यानी बृहस्पतिवार को जब हम लोग देहरादून स्थित मेडिटेशन सेंटर पहुंचे तो पांच मिनट के भीतर ही दोनों युवाओं के फोन ऑन हो गए। हम लोग वापस बरेली लौट रहे हैं, अभी दोनों युवक हरिद्वार से बरेली को लौट गए हैं। गुप्ता ने बताया कि घर पहुंचकर युवकों से पांच दिन तक फोन बंद होने का कारण पूछेंगे, तब जाकर असलियत पता चल सकेगी कि आखिर हुआ क्या था।