क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून 07 मई 2019। जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन की अध्यक्षता में एनआईसी सभागार में वर्तमान सीजन में गेंहू के क्रय (खरीद) के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
जिलाधिकारी द्वारा खाद्य विभाग (आरएफसी) और सहकारिता विभाग से वर्तमान तथा पिछले सीजन में गेंहूॅ खरीद प्रगति पूछी गयी। इस पर दोनों विभागों के अधिकारियों ने अवगत कराया कि जनपद में कुल 07 क्रय केन्द्र हैं, जिसमें से 04 खाद्य विभाग (आरएफसी) तथा 03 सहकारिता के हैं। गेहूॅं खरीद प्रगति के बारे में अवगत कराया कि जनपद में पिछले और इस सीजन में गेंहू खरीद की प्रगति लगभग शून्य रही। केवल खाद्य विभाग के विकासनगर क्रय केन्द्र पर कुल 29 कुन्तल गेंहूॅ का क्रय इस सीजन में किया गया। जिलाधिकारी द्वारा गेहॅं क्रय की निम्नतम प्रगति का कारण पूछने पर विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया कि कई कारणों से किसान क्रय केन्द्रों तक अपना गेहूॅ नही ला रहे हैं, जिसके तहत् किसानों को बाजार में क्रय केन्द्रों के मुकाबले अच्छा मूल्य मिलने से वे बाजार में बेच रहे हैं। कई किसान खेत/घर से ही दलालों (एजेन्ट/मीडिएटर्स) को गेहूॅं बेच रहे हैं। इसके अतिरिक्त परिवहन और आवागमन की परेशानी से बचने के कारण भी किसान क्रय केन्द्रों तक नही पंहुच रहे है। जिलाधिकारी द्वारा वर्तमान में किसानों को क्रय केन्द्र तक लाने के प्रयासों के बारे में पूछने पर सम्बन्धित अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने क्षेत्रवार क्रय केन्द्रो को टारगेट दे रखे हैं, जिसकी प्रगति बढाने के निर्देश दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने खाद्य आपूर्ति विभाग, सहकारिता, मण्डी समिति तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को गेहूॅं के क्रय की प्रगति बढानेके लिए सुझाव साझा करने को भी कहा। इसके पश्चात कुछ महत्वपूर्णतथा व्यावहारिक सुझाव सामने आये, जिसके तहत् शासन से वर्तमान एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) में बढोतरी करने, किसानों के परिवहन शुल्क में कमी करने तथा पर्याप्त प्रचार-प्रसार करने की बात कही गयी। कहा गया कि वर्तमान में किसानों को गेहूॅं खरीद का 1840 रू0 एमएसपी घोषित है तथा 20 रू0 प्रति कुन्तल अतिरिक्त सहित कुल 1860 रू0 प्रति कुन्तल मूल्य है, जिसको बढाये जाने की आवश्यकता है।
बैठक में में मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत ने इस दौरान कहा कि हमारा प्रयास मीडिएटर(दलाल) की भूमिका को समाप्त करना होना चाहिए और खरीद प्रक्रिया की कुछ व्यावहारिक दिक्कतों को दूर करते हुए कार्य करना होगा। जिसके तहत् किसानों के परिवहन में सहायता करते हुए, भुगतान को त्वरित करके, विक्रय केन्द्रों पर माप-तौल और गुणवत्ता इत्यादि कार्यप्रणाली में सुधार लाकर परिणाम बेहतर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां गेहूॅं उत्पादन अधिक है वहां पर एक स्थान पर वाहन की व्यवस्था करवाकर किसान के गेहॅं को मण्डी तक पंहुचाने में मदद की जा सकती है।
जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय से सामूहिक तथा विभागीय स्तर पर व्यक्तिगत रूप से किसानों को जागरूक करने तथा क्रय केन्द्रों पर उनके उत्पादन की सही माप-तौल करने है और तत्काल भुगतान की प्रक्रिया भी अमल में लाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि किसानों को बताएं कि खेत से मीडिएटर के माध्यम से बचने पर वे घटतौली तथा अन्य प्रकार से उत्पादन सम्बन्धि धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। अतः खरीद केन्द्रों पर ही अपने उत्पादन को बेचकर किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचें। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी को भी अपने स्तर पर मुख्य गेहूं उत्पादकों को दूरभाष पर तथा अन्य माध्यम से क्रय केन्द्रों पर गेहॅंू विक्रय करने हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने क्रय केन्द्रों पर सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्रों पर तथा किसानों को आकर्षिक करने हेतु आ रही व्यावहारिक तथा नीतिगत दिक्कतों को दूर करने हेतु उनकी ओर से शासन तथा खाद्य सचिव को सुधारात्मक प्रस्ताव प्रेषित करें। साथ ही कहा कि सभी क्षेत्रीय केन्द्रों के खरीद-प्रक्रिया की माॅनिटिरिंग भी करें तथा किसी भी प्रकार की खरीद प्रक्रिया में शिकायत न आने पाये।
जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की है कि जनपद में गेहॅं क्रय करने के सम्बन्ध में यदि किसी भी प्रकार की व्यावहारिक व अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़े तो DY RMO , खाद्य आपूर्ति विभाग गढवाल श्रीमती लता मिश्रा के दूरभाष न0 9997560273 और सहायक निबन्धक सहकारिता सुभाष चन्द्र गहलोड़ी के दूरभाष 9410917150 पर सम्पर्क कर सकते हैं और अपनी शंका का समाधान करवा सकते हैं।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल, मण्डी सचिव देहरादून विजय थपलियाल सहित राजस्व विभाग, विभिन्न क्षेत्रों के विक्रय केन्द्र प्रभारी, मण्डी सचिव सहित सम्बन्धित अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।