वीडियो … उत्तराखंड: योगा को बनायेंगे रोजगार का जरिया, रोकेंगे पलायन

पर्यटन मंत्री बोले ... जरूरत की अनुरूप अब योगा का प्रशिक्षण भी बदलेगा, फूट मसाज इत्यादि जोडेंगे योगा प्रशिक्षण में

0
1206

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड सरकार योगा को रोजगार का महत्वपूर्ण जरिया बनाने जा रही है। योगा में अब फूट मसाज जैसे प्रशिक्षण जोडे जाएंगे। पहाड चढने में पैर थक जाते हैं, सो फूट मसाज के प्रशिक्षित ट्रैकरों और श्रद्धालुओं को जगह-जगह उपलब्ध हों इसके लिऐ योगा स्टूडेंट्स को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाएगा। इस तरह से एक तो पहाड घूमने आने वालों को मौके पर प्रशिक्षित योगा वर्कर मिल सकेंगे साथ ही लोगों की आमदनी भी बढेगी। सरकार का मकसद हर हाल में पहाड में रोजगार सृजन कर यहां से होने वाले अनावश्यक पलायन (छुटमुट रोजगाार के लिये घर छोडना) कम होगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने यह बात अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा हम इस तरह का समय के हिसाब से खुद को तब्दील करने के बारे में काम कर रहे हैं। वक्त की जरूरत की हिसाब से हम योगा में नई-नई चीजें जोडते जा रहे हैं। मंत्री ने योग प्रेमियों को योग के महत्व एवं योग महोत्सव मनाये जाने का उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि योग जीवन में सुख, समृद्वि, शान्ति, खुशी और स्थिरता लाता है। इसलिए पूरी दुनिया योग को अपनाने लगी है। उन्होने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड योगियों की तपोस्थली के रुप में जाना जाता है। जिसका कारण यहां का स्वच्छ वातावरण, शुद्व जल, रमणीक स्थल एवं शान्ति है। उन्हांेने कहा कि देश व दुनिया के विभन्नि देशों से लोग पर्यटक के रुप में यहां आते है और यहां की संस्कृति से प्रभावित होकर उसको अपना लेते है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के विशेष प्रयासों से योग को विश्व में पहचान मिली और इसका परिणाम है कि विदेशी पर्यटकों का आवागम भी प्रदेश में बढ़ा है, जो उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को दर्शाता है।