‘संस्कृति के बिना राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती’

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बिना संस्कृति के राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती है। हमारे कलाकार हमारी संस्कृति का हिस्सा है। इन्हीं कलाकारों तथा संस्कृति कर्मियों से भारत की पहचान होती है। रविवार को रीच संस्था द्वारा ओ.एन.जी.सी स्थित अम्बेडकर ऑडिटोरियम में आयोजित 23वें विरासत कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रीच संस्था द्वारा आयोजित किये जाने वाला विरासत कार्यक्रम अपनी संस्कृति को सजोने का सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि देश के शास्त्रीय एवं लोक संगीत की तमाम विधाओं को एक स्थान पर लाने का प्रयास भी सराहनीय है। उन्होंने इस कार्यक्रम को प्रति वर्ष आयोजित किये जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा यथासंभव सहयोग दिये जाने का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पद्मश्री पूरन चंद बड़ाली सहित अन्य कलाकारों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर रीच संस्था के अध्यक्ष आर.के.सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। ब्यूरो