भगवान शिव और माता पार्वती पुत्र भगवान कार्तिक स्वामी का भव्य मंदिर है उत्तराखंड में, आइये महादेव के लाल के दर्शन करें … पर्यटन विभाग क्या कर रहा इसके लिए… देखें वीडियो

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  • पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया इस संबंध में…  क्या कर रहे आध्यात्मिक स्थल के प्रचार प्रसार हेतु

भुवन उपाध्याय

देहरादून। भगवान शिव और माता पार्वती के दोनों पुत्र भगवान कार्तिक स्वामी और भगवान श्री गणेश की दंत कथा आपको पता है या नहीं लेकिन हम आपको इसके संबंध में बताते हैं। एक बार शिव-पार्वती नंदन की श्रेष्ठता पर एक प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता के तहत भगवान कार्तिक स्वामी और गणेश जी को तीनों लोकों की परिक्रमा करनी थी। जो पहले परिक्रमा पूर्ण कर लेगा वह विजयी कहलायेगा। तब कार्तिक जी चल दिये तीनों लोकों की परिक्रमा के लिये। लेकिन गणेश जी मां-पिता के समीप ही रुक गये। थोड़ी देर में गणेश जी ने माता-पिता की तीन बार परिक्रमा की और हाथ जोड़कर खड़े हो गए। यह देखकर माता पार्वती और पिता महादेव ने पूछा तो बोले मेरे लिये मेरे माता-पिता ही तीन लोक हैं। यह सुनकर भगवान शिव और माता पार्वती हर्षित हो गये। श्री गणेश की बुद्धि को देखकर महादेव ने उन्हें विजयी घोषित कर दिया और तब वह देवों में प्रथम पूज्य घोषित हो गये।

अब बारी थी कार्तिक जी….  जब वह तीनों लोकों की परिक्रमा कर लौटे तो पता चला कि उनके छोटे भाई गणेश को विजयी घोषित कर दिया गया है और वह देवों में प्रथम पूज्य बन गये हैं तो कार्तिक स्वामी नाराज हो गये। कार्तिक जी ने माता-पिता के समक्ष नाराजगी व्यक्त की और उत्तराखंड स्थित आवास से दक्षिण भारत प्रस्थान कर गये। दक्षिण में वह मुरुगन स्वामी के नाम से जाने और पूजे जाते हैं। भगवान शिव और माता पार्वती पुत्र भगवान कार्तिक स्वामी का भव्य मंदिर है उत्तराखंड में, आइये महादेव के लाल के दर्शन करें…

उत्तराखंड सरकार कार्तिक स्वामी के भक्तों को यहां मंदिर स्थल तक लाने के लिए प्रचार प्रसार करने जा रही है । राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इस संबंध में जानकारी साझा की। सुनें क्या कहा महाराज ने…