मेयर हो तो ऐसा … समस्या लेकर आने वाला व्यक्ति प्रशन्नचित होकर जाता है इनके यहां से

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क्रांति मिशन ब्यूरो
हल्द्वानी। सुबह सबेरे समस्याएं लेकर पहुंचे लोगों का हुजूम और जाते वक्त चेहरे पर प्रशन्नता का भाव … ऐसा कुछ नजारा अपने शहर के मेयर डा जोगेन्द्र सिंह रौतेला के आवास पर हर रोज आपको देखने को मिलेगा। महानगर हल्द्वानी के महापौर डा जोगेन्द्र सिंह रौतेला का समस्याएं लेकर पहुंचने वाले आम जनमानस से ऐसा ही स्वभाव और भाव रहता है। आम जन जो भी समस्या लेकर आते हैं, मेयर उन्हें गंभीरता से सुनते हैं और समस्या के हरसंभव निस्तारण के लिए तत्काल कार्रवाई करते हैं। समस्या लेकर पहुंचा व्यक्ति शांत चित मेयर के यहां से प्रशन्नचित होकर जाता है। यह सिलसिला तब तक चलता रहता है जब तक लोगों की भीड समाप्त नहीं हो जाती। यदि समयाभाव हो तो मेयर संबंधित को नगर निगम कार्यालय भी बुला लेते हैं।
डा रौतेला वर्षों से सामाजिक जीवन जी रहे हैं। हल्द्वानी शहर के प्रथम नागरिक निर्वाचित होने से पहले से ही शहरवासियों के दुख-दर्द में शामिल होते रहे हैं। आज भी पहले की ही तरह मेयर की तरह नहीं एक समाज सेवक की तरह लोगों की तकलीफ को दूर करने का प्रयास करते आ रहे हैं। इसी का नतीजा है कि डा रौतेला लगातार मेयर की कुर्सी पर पहुंचे हैं।
बतौर मेयर डा रौतेला ने शहर की स्वच्छता के लिए अभियान चलाया। ‘बैंणी सेना’ के नाम से महिला स्वयं सेविकाओं के जरिए शहर को स्वच्छ बनाने के लिए काम शुरू किया। शुरूआत में यह काम बडा कठिन सा लगने लगा लेकिन धुन के पक्के डा रौतेला ने हार नहीं मानी और सफाई व्यवस्था में बेहतरीन सुधार किया।
हल्द्वानी शहर में अवैध अतिक्रमण को लेकर भी जन भावनाओं को देखते हुए मेयर डा रौतेला ने सख्त कदम उठाये। मेयर कहते हैं कि अतिक्रमण हटाने में किसी तरह की कोई भी राजनीतिक द्वेष भावना से दूर रहकर कार्य किया गया। मेयर डा रौतेला कहते हैं कि हल्द्वानी शहर का बेटा हूं… बहुत कुछ मेरे अपनों ने मुझे दिया है … उसी का कर्ज चुका रहा हूं। अपने हल्द्वानी शहर रूपी परिवार को श्रेष्ठ शहर बनाने के लिए जन सहयोग से कार्य किए जा रहे हैं।