मां भारती के अमर वीर बलिदानी सुपुत्र शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट की अमर स्मृति में नेहरू कॉलोनी में पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी व मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा ने किया शहीद द्वार‌ का उद्घाटन

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क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। मां भारती के अमर वीर बलिदानी सुपुत्र शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट की अमर स्मृति में नेहरू कॉलोनी में पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं राज्यपाल महाराष्ट्र एवं गोवा और मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा ने शहीद द्वार‌ का उद्घाटन किया।

यूं तो सुबह से ही भारी बारिश थी परंतु कार्यक्रम तय समय पर संपूर्ण पूजा प्रतिष्ठा एवं मंत्रोचार के साथ प्रारंभ हुआ। अमर शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट द्वार के उद्घाटन के पश्चात  पूर्व राज्यपाल  भगत सिंह कोश्यारी जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि मां भारती के अमर शहीद सपूत चित्रेश बिष्ट जी ने सर्वोच्च बलिदान मां भारती को अर्पित किया। अमर शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट ने देश सेवा का पथ स्वीकार किया था, यह पथ कोई रोजगार का अवसर न होकर, राष्ट्रहित में कर्तव्य पथ का साक्षात अवसर था, कठिन से कठिन सेना के ऑपरेशन के दौरान शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट अपने कर्तव्य को सर्वोच्च मानकर बिना खतरे की परवाह कर राष्ट्र सेवा में समर्पित रहे। मां भारती के वैभव को चिरकाल तक अमर रखने में शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट का यह बलिदान प्रत्येक देशवासी को सदैव गौरवान्वित करता रहेगा।

जिसके पश्चात मेयर सुनील उनियाल गामा ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट वीर भूमि उत्तराखंड के महान सपूत हैं। उनके अमर बलिदान के प्रति विनम्र भाव से नगर निगम ने बोर्ड बैठक में उनके नाम से शहीद द्वार स्थापित करने का निर्णय लिया था, जिसके सापेक्ष आज मां भारती के अमर शहीद सपूत मेजर चित्रेश बिष्ट के द्वार का उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि मेजर चित्रेश बिष्ट साहस, शौर्य एवं पराक्रम के परिचायक हैं। मातृभूमि के रक्षार्थ मेजर शहीद चित्रेश बिष्ट के ईस बलिदान को प्रति चिरकाल तक सभी भारत वासी उनके विराट व्यक्तित्व के प्रति सदैव कृतज्ञ रहेंगे।

इस अवसर पर अमर शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिताजी एस. एस बिष्ट, माताजी  रेखा बिष्ट, नगर आयुक्त  मनुज गोयल, उप नगर आयुक्त  रोहिताश शर्मा,  नंदा बल्लभ, नीरू देवी भट्ट,  राजेश रावत, रंजीत भंडारी,  गगन साहनी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।