नैनीताल के बलियानाला भूस्खलन के स्थायी ट्रीटमेंट पर हो रहा काम

सरकार के निर्देश पर बेहद संजीदगी व तन्मयता से समाधान के उपायों में जुट गये हैं जिलाधिकारी सविन बंसल

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क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून/नैनीताल। प्रत्येक वर्ष बरसात में कहर बरपाने वाले बलियानाला की विकट समस्या को दूर करने के लिये त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार बेहद संजीदा है। सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन इस समस्या के स्थायी समाधान के लिये अभी से जुट गया है। बरसात में उफनते इस नाले के खौफ से लोग सहम उठते हैं। नाले के प्रभावितों का कष्ट दूर करने की दिशा में सरकार के निर्देशों का जिला प्रशासन अक्षरश अनुपालन करती दिखाई पड रही है। बता दें बलियानाला हर साल स्थानीय और आसपास के बाशिंदों को भारी नुकसान पहुंचाता है। इस नाले के खौफ से बरसात में लोग रात-रात भर जागकर काटते हैं। इस बार सरकार समय से इस तरफ ध्यान दे रही है।
जिलाधिकारी सविन बंसल यहां के बाशिंदों की समस्याओं का पूरी संजीदगी एवं तन्मयता से समाधान करने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में नैनीताल शहर की सबसे बड़ी समस्याओं में प्रमुख समस्या बलियानाला क्षेत्र में समय-समय पर होने वाले भू-स्खलन के दीर्घ कालिक एवं स्थायी ट्रीटमेंट की दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी बंसल ने आपदा प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण केन्द्र, सिंचाई विभाग व जायका की टीम के साथ बलियानाले के ऊपरी क्षेत्र से लेकर निचले स्तर तक मौका मुआयना किया। बंसल ने सभी डेंजर जोन का स्थलीय निरीक्षण करते हुए जायका द्वारा तैयार किए गए ट्रीटमेंट प्लान की स्थलवार प्रस्तावित कार्ययोजना की जानकारी ली। बंसल ने जायका के प्रतिनिधियों द्वारा दी गई जानकारियों पर असंतोष व्यक्त करते हुए जायका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बलियाना क्षेत्र ज्योलोजिक मैप, कोंटूर प्लान, प्रवाहित हो रहे पानी क्षमता, बलियानाला भू-स्खलन क्षेत्र के ऊपरी स्तर से निचले स्तर तक किए जाने वाले कार्य, चट्टानों की पूरी प्रोपर्टी (गुणों) के साथ ही पूरी टेक्नीकल डिटेल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बंसल ने कहा कि जायका के उच्चाधिकारियों से वार्ता करते हुए तीनों कार्य योजनाओं के अन्तर्गत आने वाले क्षेत्रों की कोर्डिनेट के अनुसार मार्किंग करायी जायेगी ताकि तीनों कार्य योजनाओं का स्थलीय क्षेत्र स्पष्ट रहे।

निरीक्षण के दौरान मन्दिर के पास बनाये कमजोर तारबाड़ पर नाराजगी जाहिर करते हुए शीघ्रता से 6 फीट ऊॅची आरसीसी की सुरक्षा दीवार बनाने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिए। बलिायानाले में सेल्फ ड्रीलिंग एंकर बार व वूडन पाईलिंग कार्य कर रहे मजदूरों द्वारा सुरक्षा उपकरण न पहनने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा मानकों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए तथा ऐंसा न करने पर ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। बंसल ने सेल्फ ड्रीलिंग एंकर बार व वूडन पाईलिंग कार्यों की विस्तृत जानकारी लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
जायका के प्रतिनिधियों ने तीनों कार्य योजनाओं के प्रस्तावित क्षेत्रों की मौके पर ही जानकारी देते हुए बताया कि कार्य योजना एक में 236 करोड़ की लागत से क्रिब, ग्राउण्ड एंकर कार्य, दूसरी कार्य योजना में 215 करोड़ की लागत से क्रिब कार्य व रोक बोल्ट कार्य, तीसरी कार्य योजना में 169 करोड़ की लागत से बेंचिंग कार्य किया जाएगा।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बलियानाले सिंचाई विभाग द्वारा एसडीए (सेल्फ एंकर ड्रीलिंग), वूडन पाइलिंग, वायर क्रेट आदि का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 280 के सापेक्ष 134 वूडन पाईलिंग, 238 के सापेक्ष 108 एसडीए (सेल्फ एंकर ड्रीलिंग), 300 के सापेक्ष 275 वायर क्रेेट लगाए जा चुके हैं।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी निदेशक आपदा न्यूनीकरण केन्द्र पीयूष रौतेला, भू-वैज्ञानिक आचार्यलू, सुशील खण्डूरी, वैंकटेश, स्लोप स्टेबलाईजेशन एक्सपर्ट डॉ. मनीष सेमवाल, उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, जायका प्रतिनिधि दीपक भट्ट, अमन रायजादा, अधीक्षण अभियंता सिंचाई एनएस पतियाल, अधिशासी अभियंता सिंचाई हरीश चन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।