राज्यभर में विकसित किये जायेंगे सेब के एक हजार बगीचे : डॉ धन सिंह रावत

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एप्पल फेडरेशन को दिए 10 हज़ार मीट्रिक टन सेब खरीदने के निर्देश

क्रांति मिशन ब्यूरो 
देहरादून।  उत्तराखंड राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के कार्यालय सभागार में सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक में हुई। मंत्री डॉ रावत ने एप्पल फेडरेशन को निर्देश दिए कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि ऋण योजना के अंतर्गत 1000 सेब के बगीचे विकसित किए जाएं। साथी 1,000 पुराने सेब के बगीचों का सुदृढ़ीकरण किया जाए। साथ ही उन्होंने फेडरेशन के जिलों के सभी निदेशकों को 100 सेब के बगीचे हर जिले में विकसित करने का लक्ष्य दिया गया है।

बैठक में एप्पल फेडरेशन बोर्ड की हुई, जिसमें सभी जनपदों के एप्पल फेडरेशन के निदेशक मौजूद रहे। इन दोनों बैठकों में शासन के सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम व सहकारिता विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे। एप्पल फेडरेशन की बोर्ड में यह निर्णय हुआ कि उद्यान विभाग उत्तराखंड के पूर्व निदेशक बीर सिंह नेगी को फेडरेशन में औधानिक सलाहकार बनाया जाए। सभी निदेशकों ने अपनी सहमति जताई।  नेगी उद्यान विभाग के विशेषज्ञ रहे हैं और वह एप्पल फेडरेशन को विस्तार देने के लिए तकनीकी सलाह देंगे। जिससे सेबों के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।

राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के नोडल अधिकारी श्री आनंद एडी शुक्ल ने मीटिंग में जानकारी दी कि, उत्तराखंड में सेब के 17 कलस्टर बना दिए गए हैं जिनमें 8000 किसानों को जोड़ दिया गया है। अभी और 14 नई कोऑपरेटिव सोसायटी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसकी कार्यवाही गतिमान है। और साथ ही इन 14 समितियों से गढ़वाल मंडल एवं कुमाऊँ मंडल में 12 हज़ार सीमांत एवं लघु किसानों को जोड़े जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस साल एप्पल फेडरेशन 17 कोऑपरेटिव समितियों के द्वारा पंजीकृत कृषक सदस्यो से सीधे सेब खरीदने की तैयारी कर रही है जिसका भुगतान सीधे उन्हीं के खातों में किया जाएगा।

इस कार्य के लिए फेडरेशन के सचिव विपिन पैन्यूली तथा कंसलटिंग कंपनी केपीएमजी के संजीव कुमार जैन बड़ी कंपनियों से संपर्क बनाए हुए हैं जिनके द्वारा वर्चुअल मीटिंगों से लगातार क्रेताओं से वार्ता की जा रही है। जिसमें इफ्को, हर्षना, आरजी ग्रुप और ट्रूपिक कम्पनी, के साथ साथ अदानी ग्रुप, प्रमुखता से आगे आया है।

सचिव सहकारिता एवं मुख्य कार्यक्रम निदेशक आर मीनाक्षी सुंदरम ने मीटिंग में फेडरेशन के एमडी एवं सचिव को निर्देशित किया कि, यह कार्ययोजना त्वरित गति से 15 दिन के भीतर लागू की जाये। किसानों का सम्पूर्ण माल ग्रेड ए , ग्रेड बी, ग्रेड सी खरीद कर किसानों को डीबीटी (डाइरेक्ट बैनिफेसरी ट्रांसफर खातों में किया जाये।

बैठक में सहकारिता सचिव सुंदरम ने बताया कि उत्तरकाशी के झाला में उद्यान विभाग का जो कोल्ड स्टोरेज है उसे फेडरेशन उपयोग में लाएगा। इसके लिए वह प्रमुख सचिव उधान से वार्ता करेंगे।
इस कोल्ड स्टोरेज की क्षमता 1000 मीट्रिक टन है।

मंत्री डॉ रावत ने सेब फेडरेशन को निर्देश दिया कि अति शीघ्र उत्तराखंड के हर जिले में 100-100 डेमोंसट्रेशन गार्डन तैयार किए जाएं और उसकी प्रगति रिपोर्ट हर माह मुझे दिखाई जाये। सेब फेडरेशन ने इस वर्ष सेब खरीदने का लक्ष्य 10 हजार मैट्रिक टन रखा है जो मेंबर कॉपरेटिव से खरीदा जाएगा। सभी समितियों से आए सेब किसानों व उनके पदाधिकारियों ने मीटिंग में बताया कि, उनको फसल वर्ष के दौरान खाद बीज हिमाचल से खरीद के लाना पड़ता है जिससे उनको कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।

मुखबा समिति के अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि फसल तुड़ाई के दौरान उसके ट्रांसपोर्टेशन के लिए
खच्चरों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें उनके द्वारा मांग की गई कि, इस वर्ष हमें ढक्कन वाली प्लास्टिक की क्रेट उपलब्ध कराई जाये। ताकि किसानों को बगीचे से रोड साइड तक सेब लाने में सुविधा हो सकें।

बैठक में एप्पल फेडरेशन के अध्यक्ष जगत सिंह चौहान, उपाध्यक्ष अमृत सिंह नागर, निदेशक प्रताप सिंह रावत, निदेशक राकेश भंडारी, निदेशक गोविंद पिलखवाल, निदेशक अमर सिंह, निदेशक जयेंद्र सिंह, सहित धराली समिति के दुर्गेश सिंह, मुखवा समिति के रमेश चंद्र सेमवाल, शीलगांव कथियान समिति पान सिंह राणा, धारी कफनोल से भरत सिंह राणा, मौराणा समिति से हिमा गुसाईं, सुखी झाला से राकेश रावत, एमडी आनंद एडी शुक्ल, एमडी यूसीएफ एमपी त्रिपाठी, सचिव
सेब फेडरेशन विपिन पैन्यूली, केपीएमजी
के संजीव जैन, जिला सहायक निबन्धक राजेश चौहान सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।