शीघ्रता से दूर करें भूतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों की समस्यायें

जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण परिषद की बैठक में दिए निर्देश

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क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून।
जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय में जिला सैनिक कल्याण परिषद की बैठक हुई। बैठक में भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों से सम्बन्धित शिकायतों पर चर्चा हुई तथा जिला सैनिक कल्याण अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को जिला सैनिक कल्याण परिषद की पूर्व हुई बैठकों में लिए गये निर्णयों एवं कृत कार्यवाही से भी अवगत कराया गया।
जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों से सम्बन्धित प्राप्त होने वाली विभिन्न शिकायतें जिनका निराकरण जिला स्तर पर सम्भव है निराकरण किया जाय तथा जिन प्रकरणों का निराकरण शासन स्तर पर होना है उसके लिए शासन से पत्राचार करते हुए सम्बन्धित को भी अवगत कराया जाय। उन्होंने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि माह जून तक प्रत्येक माह में प्राप्त होने वाली शिकायतों का माहवार निराकरण करते हुए प्रत्येक माह कृत कार्यवाही से अवगत करायें।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी डी.के कौशिक ने अधिकतर प्राप्त होने वाली शिकायतें में उपनल से अपाईंटमेंट से सम्बन्धित होने की बात कही तथा जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में स्टाफ बढाने का भी अनुरोध किया। इसी प्रकार पीबीओआर संगठन के अध्यक्ष शमशेर सिंह बिष्ट ने कहा कि उपनल के माध्यम से विभिन्न विभागों में कार्यरत भूतपूर्व सैनिकों को अकुशल श्रेणी में दर्शाया जा रहा है, जबकि सेना से सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों को अकुशल श्रेणी में न रखने का अनुरोध किया गया। बैठक में उपस्थित विभिन्न भूतपूर्व सैनिकों द्वारा उपनल को भी सी.एम हेल्पलाईन पोर्टल में दर्शाने का अनुरोध किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों के जो शिकायती प्रकरण का निस्तारण शासनस्तर पर होना है तथा कार्यालय में जो स्टाफ बढाया जाना है। साथ ही उपनल को मुख्यमंत्री हेल्पलाईन पोर्टल पर दर्शानें सम्बन्धी अनुरोध पर शासन से पत्राचार करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (से.नि) डी.के कौशिक, सहायक सैनिक कल्याण अधिकारी एस.के साही, प्रशासनिक अधिकारी मकानी देवी, अमर सिंह गुंसाई, पीबीओआर के अध्यक्ष शमशेर सिंह बिष्ट, सुरेन्द्र सिह बिष्ट आदि उपस्थित थे।