Big News : प्रोफेसर कमल किशोर पांडे बने उच्च शिक्षा निदेशक, राज्यपाल ने किया नियुक्त

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क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून।  राज्यपाल द्वारा प्रोफेसर कमल किशोर पांडे को उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग में निदेशक नियुक्त किया गया है। उन्हें यह पद विभागीय चयन समिति की संस्तुति और कार्मिक एवं सतर्कता विभाग, उत्तराखण्ड शासन के अनुमोदन के पश्चात प्रदान किया गया है। प्रोफेसर पांडे की इस नियुक्ति को शिक्षा जगत में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। उनके व्यापक प्रशासनिक अनुभव और शिक्षण कार्य में उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

उनकी प्रोन्नति पर क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्र प्रकाश तिवारी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष दीपक सनवाल, पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र बिष्ट, तरुण बिष्ट, मोहित, चंद्र शेखर जोशी आदि ने डॉ. पांडे को बधाई देते हुए उनके सफल कार्यकाल की कामना की है।
प्रोफेसर कमल के. पांडे वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बाजपुर (ऊधम सिंह नगर) में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने रसायन विज्ञान में एम.एससी. तथा पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। प्रो. पांडे शिक्षण क्षेत्र में पिछले 43 वर्षों से सक्रिय हैं, जिनमें से 15 वर्षों से अधिक समय से वे प्रोफेसर के रूप में कार्य कर रहे हैं।

प्रशासनिक अनुभव की बात करें तो इन्हें 14 वर्षों का समृद्ध अनुभव प्राप्त है। इस अवधि में इन्होंने जैव प्रौद्योगिकी एवं संबद्ध विज्ञान विभाग के संस्थापक अध्यक्ष, कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के कुलसचिव, उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग में उपनिदेशक, तथा विभिन्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में प्राचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं।कुलसचिव  के रूप में प्रोफेसर कमल के. पांडे  प्रयास से कुमाऊं विश्वविद्यालय को U-SET के संचालन की अधिकृत मान्यता प्राप्त हुई, जिससे यह परीक्षा राज्य स्तर पर NET के समकक्ष बन गई।

प्रो. पांडे को उनके उत्कृष्ट शैक्षिक व प्रशासनिक योगदान के लिए अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनमें उत्तराखंड विज्ञान पुरोधा सम्मान (2024), मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार (2021), देवभूमि शिक्षा उत्कृष्टता सम्मान (2022), डॉ. भक्तिदर्शन उच्च शिक्षा गौरव पुरस्कार (2021), प्राचार्य ऑफ द ईयर (2021), शिक्षक आइकन अवार्ड (2021), प्रताप भैया स्मृति पुरस्कार (2020), एवं भारत के शीर्ष 50 शिक्षाविदों में स्थान (2019) शामिल हैं।

शोध व नवाचार के क्षेत्र में भी उनका योगदान अत्यंत सराहनीय है। पीएच.डी. छात्रों का मार्गदर्शन किया है इनके  शोध-पत्र प्रतिष्ठित राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समीक्षीत शोध-जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। वे कई शोध-पत्रिकाओं के संरक्षक व संपादक मंडल में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

प्रो. पांडे ने कुमाऊं विश्वविद्यालय, डीआरडीओ, आईआईटी दिल्ली, पंतनगर जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, यू-कॉस्ट, नासी, फुलब्राइट, विज्ञान भारती, आईईईई और नोबेल फाउंडेशन (स्टॉकहोम) जैसी प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ मिलकर अनेक शैक्षणिक, शोध तथा विकासोन्मुख गतिविधियों का संचालन किया है

प्रोफेसर कमल के. पांडे को प्रतिष्ठित संस्थाओं के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा सम्मानपूर्वक बधाई दी गई है। उन्हें विद्या भारती दिल्ली,  Policy, Research and Governance विभाग के निदेशक डॉ. रमानंद जी,  विज्ञान भारती, दिल्ली के शिव कुमार जी, तथा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, दिल्ली के महेंद्र कपूर जी द्वारा औपचारिक रूप से शुभकामनाएं और सराहना प्रदान की गई।