क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। नेपाल के विभिन्न राजनीतिक दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नेपाल के सुदूरपश्चिम प्रांत के मुख्यमंत्री कमल बहादुर शाह के नेतृत्व में अपने 10 प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों के साथ भारत की यात्रा के कार्यक्रम के तहत 2 मई 2025 को आई0एच0एम0 देहरादून का दौरा किया। प्रतिनिधियों में शामिल हैंः बीर बहादुर थापा, भूमि प्रबंधन, कृषि और सहकारिता मंत्री घनश्याम चैधरी, प्रांतीय विधानसभा के सदस्य और संसदीय दल के नेता नरेश शाही, प्रांतीय विधानसभा के सदस्य, झपट सऊद, प्रांतीय विधानसभा के सदस्य, डाॅ कमल प्रसाद पोखरेल शर्मा, मुख्य सचिव, सुदूरपश्चिम प्रांत सरकार, शेर बहादुर भंडारी, सदस्य, नीति और योजना आयोग, सुदूरपश्चिम, सूरत कुमार बाम, भौतिक अवसंरचना मंत्रालय के सचिव।
उत्तराखण्ड सरकार के पर्यटन सचिव ने प्रतिनिधियों को नई उत्तराखण्ड पर्यटन नीति 2023 के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया, जिसका उद्धेश्य राज्य के प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधनों को संरक्षित करते हुए निजी क्षेत्र के निवेश का लाभ उठाते हुए स्थायी और जिम्मेदार पर्यटन को बढावा देना है। मुख्य बिंदुओं में नए गंतव्यों और अद्वितीय पर्यटन उत्पादों को बढावा देना, कनेक्टिविटी बढाना और निगरानी और प्रचार के लिए डिजिटल तकनीकों को एकीकृत करना शामिल है। नीति स्थायी प्रथाओं के महत्व पर भी जोर देती है और आवास, परिवहन और पर्यटन गतिविधियों जैसे क्षेत्रों में निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है। उत्तराखण्ड सरकार के पर्यटन सचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि नीति विशिष्ट पर्यटन-संबंधी निवेशों के लिए प्रोत्साहन और सब्सिडी प्रदान करती है, जिसमें अनदेखे क्षेत्रों, हेली-पर्यटन, कारवां पर्यटन और साहसिक गतिविधियों में निवेश शामिल है।
सीमा पार सहयोग बढाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत के मुख्यमंत्री कमल बहादुर शाह ने नेपाल और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के महत्व पर प्रकाष डाला है, विशेष रूप से आतिथ्य क्षेत्र और कौशल विकास पहल में सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया है।
भारत की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान, मुख्यमंत्री शाह ने भारतीय सरकारी अधिकारियों, व्यापारिक नेताओं और शैक्षणिक संस्थानों के साथ कई उच्च-स्तरीय बैठकों और बातचीत में भाग लिया। उन्होंने पर्यटन और आर्थिक विकास को बढावा देने में आतिथ्य उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया, खासकर सुदूरपश्चिम जैसे प्रंातों के लिए, जो पारिस्थितिकी पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत में अपार संभावनांए रखते हैं।
मुख्यमंत्री शाह ने कहा, ’’आतिथ्य क्षेत्र हमारे दोनों देशों के बीच एक पुल का काम कर सकता है- सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आर्थिक अवसरों और लोगों के बीच संबंधों को बढावा देना।’’ ’’हम अपने पर्यटन और सेवा क्षेत्रों को बढाने के लिए भारत के मजबूत प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे और उद्योग मानकों से सीखने के इच्छुक हैं।’’
मुख्यमंत्री ने नेपाली नागरिकों को विशेष रूप से व्यावसायिक और तकनीकी क्षेत्रों में भारत द्वारा दी जाने वाली प्रशिक्षण पहलों की भी सराहना की। उन्होंने आतिथ्य प्रबंधन, पाक कला और ग्राहक सेवा में लक्षित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सुदूरपश्चिम में युवाओं को सशक्त बनाने के लिए विस्तारित सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया- ऐसे कौशल जिनकी स्थानीय और वैश्विक स्तर पर बढती मांग है। यह यात्रा नेपाल और भारत के बीच सतत विकास, ज्ञान-साझाकरण और क्षमता निर्माण के उदे्श्य से दीर्घकालिक साझेदारी को बढावा देने की दिषा में एक कदम आगे है।
प्रधानाचार्य डाॅ0 शिव मोहन ने बताया कि आई0एच0एम0 देहरादून ने अपनी स्थिरता और विकास के लिए कई कदम उठाए है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह एक प्रमुख होटल प्रबंधन संस्थान है जो समाज और वैश्विक आतिथ्य क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले उद्योग के नेताओं को आकार देने में सांसकृतिक मूल्यों, अनुसांधान और नवाचार, स्थिरता और उत्कृष्टता को बढावा देता है। संस्थान उत्कृष्टता और नवाचार की संस्कृति को बढावा देते हुए होटल प्रबंधन में विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है। यह वैश्विक मानकों के अनुरूप पाठयक्रम और प्रथाओं के माध्यम से सांस्कृतिक मूल्यों और स्थिरता को भी बढावा देता है। संस्थान का उन्नत अनुसंधान और नवाचार आतिथ्य क्षेत्र में सार्थक योगदान दे रहा है। यह सामाजिक कल्याण और वैश्विक आतिथ्य उद्योग के विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ उद्योग के लिए तैयार नेताओं को आकार दे रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान का मजबूत प्लेसमेंट रिकाॅर्ड यहां दिए जाने वाले प्रशिक्षण और शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में बहुत कुछ बताता है। आई0एच0एम0 देहरादून छात्रों को दुनिया भर के शीर्ष आतिथ्य स्थलों में अंतरराष्ट्रीय प्लेसमेंट के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करने पर गर्व करता है। हर साल, हमारे छात्र दुनिया भर के लक्जरी होटलों और रिसाॅटर््स में प्रतिष्ठित भूमिकाएॅ हासिल करते हैं, जिनमें मध्य पूर्व, यूराप, दक्षिण पूर्व एशिया और उससे आगे के प्रसिद्व स्थान शामिल हैं। ये वैश्विक प्लेसमेंट न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि हमारे छात्र दुनिया के सबसे प्रतिस्पर्धी आतिथ्य बाजारों में मूल्यवान अनुभव प्राप्त करें। संसथान अतिरिक्त मूल्य-वर्धित पाठयक्रम प्रदान करता है जो मानक पाठयक्रम से परे कौशल और ज्ञान को बढाने के लिए डिजाइन किए गए विशेष कार्यक्रम हैं, जो छात्रों को उनके पेशेवर छात्रों में प्रतिस्पर्धात्मक बढत प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के वन मंत्री सुबोध उनियाल, पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अपर पर्यटन सचिव अभिषेक रूहेला; आई0एच0एम0 देहरादून के प्रधानाचार्य डाॅ0 शिव मोहन एवं नेपाल के विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधिमंडल उपस्थित थे।