सीएम धामी ने कहा – कांग्रेस नेताओं ने सदन में पटकी टेबल, फाड़े कागज… जनमुद्दे नहीं शोर-शराबा है कांग्रेस का हथियार

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मुख्यमंत्री ने कहा 

  • कांग्रेस नेताओं ने सदन की मर्यादा की तार-तार

  • जनता के मुद्दों पर बोलने की बजाय कांग्रेस ने सदन को बनाया अखाड़ा

क्रांति मिशन ब्यूरो 

भराड़ीसैंण।‌ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विधानसभा में कांग्रेस का अमर्यादित व्यवहार रहा। उन्होंने कहा कांग्रेस नेताओं ने सदन की मर्यादा की तार-तार। जनता के मुद्दों पर बोलने की बजाय कांग्रेस ने सदन को बनाया अखाड़ा।

भराड़ीसैंण विधानसभा में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेस नेताओं ने सदन में पटकी टेबल, फाड़े कागज। जनमुद्दे नहीं शोर-शराबा है कांग्रेस का हथियार। मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा सदन के भीतर कांग्रेस का हिंसक, अराजक व्यवहार। 2014 के पंचायत चुनाव में जो अराजकता कांग्रेस ने शुरू की, वो उनके व्यवहार में आजतक शामिल है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा आपदा से जूझ रही जनता के जख्मों पर मरहम लगाने को गैरसैंण पहुंची सरकार जनता के हितों के प्रति गंभीर। उन्होंने कहा विपक्ष को जनसरोकारों से कोई लेना देना नहीं। जनता के मुद्दे उठाने की बजाय व्यक्तिगत स्वार्थ तक सीमित।

पूर्व विधायक मुन्नी देवी को दी श्रद्धांजलि

भराड़ीसैंण। विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन थराली की पूर्व विधायक स्वर्गीय मुन्नी देवी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा-स्वर्गीय मुन्नी देवी में हमेशा जनसेवा की ललक दिखाई दी।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021 में नारायणबगड़ के डुंगरी गांव में आई आपदा का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि डुंगरी में आपदा में दो लोगों की मौत के बाद वह अपने सहयोगी सतपाल महाराज और धन सिंह रावत के साथ नारायणबगड़ पहुंचे थे। सतपाल महाराज को वहीं जनसमस्याओं की सुनवाई के लिए रूकना पड़ा, जबकि वह और धन सिंह रावत पैदल ही डुंगरी गांव के लिए निकल पडे़ थे। चार-पांच किलोमीटर की दूरी पर डुंगरी गांव था। खराब स्वास्थ्य होने के बावजूद स्वर्गीय मुन्नी देवी गांव में प्रभावितों के बीच मौजूद थीं। मेरे मना करने के बावजूद वह हमें रिसीव करने के लिए आधे रास्ते तक पहुंच गईं।

सीएम ने कहा-पिछले दिनों जिस वक्त उनके देहांत की सूचना मिली, वह आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र में थे। इससे कुछ दिन पहले ही वह अस्पताल में उन्हें देखने गए थे। स्वर्गीय मुन्नी देवी के कमजोरी से भरे चेहरे में भी अद्भुत शांति व तेज दिखा था। वह तब भी अपने क्षेत्र के लिए चिंतनशील थीं। सीएम ने कहा-वह जिला पंचायत अध्यक्ष चमोली और थराली विधायक भी रहीं। उन्होंने जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। वह जनता से सीधे संवाद करती थीं। उनके निधन से राजनीति में जो खालीपन आया है, उसे भरा नहीं जा सकेगा। उन्होंने न सिर्फ राजनीति, बल्कि महिलाओं के उत्थान और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए काम किया।