-
‘यहां पर ओवर रेटिंग नहीं की जाती है’ संबंधी पोस्टर बैनर दूसरी बार हटाए जाने पर डालनवाला स्थित शराब की दुकान का एक लाख का चालान
क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। शराब बिक्री पर ओवर रेटिंग की शिकायतों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त रूख अख्तियार करने के बाद जिलाधिकारी देहरादून डा आर राजेश कुमार ने सख्त कार्रवाई अमल में लानी शुरू कर दी है। आज सर्वे चौक डालनवाला स्थित दुकान पर डीएम के आदेश की अवहेलना की ‘गाज’ गिरी। जिलाधिकारी डा कुमार ने बताया कि जनपद में शराब की बिक्री पर ओवर रेटिंग हेतु छापामारी अभियान जारी रहेगा। जिलाधिकारी के सख्त रूख को देखते हुए ओवर रेटिंग करने वालों में हडकंप मचा हुआ है।
जिलाधिकारी डा राजेश कुमार के निर्देशों के अनुपालन में आबकारी विभाग द्वारा गत दिवस जनपद अवस्थित शराब की दुकानों पर ‘यहां पर ओवर रेटिंग नहीं की जाती है’ संबंधी पोस्टर बैनर चस्पा करवाए गए। देहरादून सर्वे चौक (डालनवाला) शराब की दुकान पर चस्पा किए गए पोस्टर, बैनर दुकान से हटाने पर उक्त दुकान का 10 हजार का चालान किया गया था तथा पोस्टर, बैनर चस्पा करने के निर्देश दिए गए थे। आज निरीक्षण के दौरान उक्त शराब की दुकान में पोस्टर, बैनर दूसरी बार हटाए हुए पाये जाने पर चालानी कार्रवाई करते हुए 1 लाख का अर्थदण्ड लगाया गया।
जिलाधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि शराब की ओवर रेटिंग पर चलाये जा रहे अभियान को हल्के में लेने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए। इसकी पुनरावृत्ति करने वालों पर आबकारी एक्ट में निर्धारित प्राविधानों के अनुसार सख्त कार्यवाही की जाए। आबकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में नियमित छापेमारी अभियान चलाते हुए प्रतिदिन कृत कार्यवाही से अवगत कराएं।
जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के अनुपालन में समस्त दुकानों पर छापामारी अभियान जारी है जिन दुकानों में फ्लेक्स पोस्टर नहीं पाए जा रहे हैं एवं ओवर रेटिंग तथा अन्य कमियां पाए जाने पर चालान व कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
साइबर अपराधियों से बचने के लिए लोगों से की यह अपील
देहरादून। जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार ने बढ़ते साइबर अपराध के मामलों को दृष्टिगत रखते हुए जनमानस से महत्वपूर्ण अपील करते हुए कहा कि बिना परिचित नम्बर से मोबाईल पर आने वाले वाट्सप वाईस एवं वीडियो कॉल न उठायें, क्योंकि आजकल साइबर अपराध में लिप्त युवक/युवतियों द्वारा लोगों को शिकार बनाया जा रहा है। ऐसे कई प्रकरण प्रतिदिन प्रकाश में आ रहे है जिसमें बिना परिचित नम्बर से आने वाले वीडियो /वाईस कॉल से व्यक्ति की व्यक्तिगत जीवन एवं निजता संबंधी वीडियो /ऑडियो रिकॉर्ड कर उसमें छेड़छाड़ करते हुए संबंधित को ब्लैकमेल कर धनराशि की मांग करते हैं। इस प्रकार लोग साइबर अपराधियों के चंगुल में फस जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं बल्कि सतर्कता से काम लें तथा अपने नजदीकी साइबर सैल नम्बर-1930 पर शिकायत दर्ज कराते हुए अन्य लोगों को भी जागरूक करें, ताकि कोई साइबर अपराधियों के चंगुल में न फंसे।