धर्म-कर्म : श्रीमद्भागवत कथा में कृष्णमय हुआ वातावरण… बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवत कथा श्रवण कर कमाया पुण्य

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भुवन उपाध्याय 

देहरादून। यहां ब्राह्मणवाला में कुकरेती जी के परिवार द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। कथा व्यास आचार्य नत्थी प्रसाद उनियाल जी प्रतिदिन श्रद्धालुओं को कथा श्रवण करा रहे हैं। श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन श्री कृष्ण जन्म पर आचार्य उनियाल द्वारा  श्री हरि विष्णु जी के कई अवतारों का विस्तार से वर्णन और शानदार चित्रण किया गया।

कथा व्यास ने बताया किस तरह श्री हरि विष्णु जी ने भक्त प्रह्लाद की रक्षा की। श्री कृष्ण अवतार में भगवान के जन्म से पहले दुष्ट कंस द्वारा अपनी प्रिय बहन देवकी को विवाह के उपरांत आकाशवाणी होते ही किस तरह कारागार में डाला गया, और देव आकाशवाणी से जानकारी होने पर अपनी मृत्यु के भय से  माता  देवकी और वासुदेव जी के सात बच्चों को जन्म लेते ही मार डालने का वृत्तांत सुनाया।‌

कथा व्यास द्वारा बताया गया कैसे भगवान श्री कृष्ण को नंद बाबा और मां यशोदा के पास पहुंचाया गया। कथा स्थल को भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिवस के उपलक्ष्य की भांति सुसज्जित किया गया था। कथा व्यास द्वारा श्री कृष्ण जन्म की कथा सम्पन्न कराने के उपरांत मुख्य यजमान कुकरेती परिवार से आलोक कुकरेती द्वारा भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप बालक को टोकरी में रखकर अपने शीश पर धरकर पूजा स्थल तक लाया गया। यह भक्तिमय चित्रण सभी श्रद्धालुओं को खूब भाया।

कथा व्यास के साथ संगीत पर साथ दे रहे कलाकारों द्वारा शानदार प्रदर्शन किया गया। सुंदर भजनों संग हारमोनियम और तबले पर शानदार जुगलबंदी से उपस्थित श्रद्धालु खूब झूमते नजर आए ।

कथा में मुख्य यजमान उमाशंकर कुकरेती, गिरिजा शंकर कुकरेती, अनंत शंकर कुकरेती, अंकित कुकरेती समेत धीरेन्द्र भारद्वाज, नीरज नौटियाल, भुवन उपाध्याय समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।‌

कथा आयोजक श्रीमान उमाशंकर कुकरेती द्वारा बताया गया कि उन्होंने यह आयोजन अपनी पूजनीय माताजी स्वर्गीय श्रीमती विश्वेश्वरी देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री गोविन्द राम कुकरेती को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु किया गया है।