- सड़क मुआवजा वितरण, श्रम कार्ड नवीनीकरण, आर्थिक सहायता, मजदूरी को भटक रहे थे कई फरियादी
- जनमानस को चक्कर कटाने की कार्यप्रवृत्ति बदले, नहीं तो सख्त एक्शन को रहें तैयार
क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रत्येक सोमवार को आयोजित होने वाले जनता दर्शन कार्यक्रम का असर प्रत्यक्ष दिखने लगा है जहां फरियादियों को न्याय मिल रहा हैं वही जनमानस में सरकार एवं प्रशासन पर विश्वास बढा है। जनमानस से सम्बन्धित प्रकरणों पर डीएम की सक्रियता का प्रभाव है अब जनमानस से सम्बन्धित प्रकरणों पर अधिकारी संज्ञान लेते हुए उनका निस्तारण कर रहे हैं। डीएम स्वयं जनमानस से जुड़ी शिकायतों/समस्याओं के निस्तारण की समीक्षा कर रहे हैं।
इस जनता दिवस में आए श्रम विभाग से सम्बन्धित 03 प्रकरणों पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त रूख अपनाते हुए सहायक श्रम आयुक्त का 01 दिन का वेतन रोकते हुए 07 मार्च तक सभी प्रकरण निराकरण करने के निर्देश दिए थे। इसका असर यह हुआ कि इन प्रकरणों पर श्रम विभाग अब सक्रिय हो गया है।
पहला प्रकरण डोईवाला में के श्रम कार्यालय ऋषिकेश जारी श्रमिक कार्डो का नवीनीकरण तथा आर्थिक सहायता आवेदन सम्बन्धी कार्यों में कार्डधारकों को आ रही दिक्कत के सम्बन्ध में श्रम विभाग द्वारा श्रम प्रवर्तन अधिकारी/पंजीकरण अधिकारी डोईवाला क्षेत्र को श्रमिकों का 07 मार्च तक तथ्यात्मक विवरण एवं स्थलीय जांच कर कार्यवाही करने को निर्देशित किया गया।
दूसरे प्रकरण में भवन स्वामी द्वारा भवन निर्माण सम्बन्धी मजदूरी न देने तथा सेवायोजक द्वारा श्रमिकों के उपकरण जब्त करने से सम्बन्धित है। जिस पर कार्यवाही करते हुए श्रम विभाग द्वारा सम्बन्धित भवन स्वामी से श्रमिक के जब्त उपकरण वापस दिलाते हुए सम्बन्धित का भुगतान की सहमति दोनों पक्षों में बन गई है।
वहीं तीसरे प्रकरण में ऋषिकेश निवासी महिला जो पति के मृत्यु के उपरान्त मिलने वाली आर्थिक सहायता को भटक रही थी, उनके पति की मृत्यु जनवरी 2024 में हो गई थी, जिनका श्रम कार्ड पंजीकृत है, आर्थिक सहायता का फार्म जमा नही किया जा रहा है इधर से उधर भटका रहे है, जिस पर डीएम ने सख्त एक्शन लेते हुए 07 मार्च तक प्रकरण निस्तारित कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश श्रम विभाग के अधिकारियों को दिए गए है।
सड़क के मुआवजा वितरण एवं सड़क को लेकर भटक रहे फरियादियों की शिकायत पर डीएम ने पीएमजीएसवाई के अधि.अभियंता को कड़े निर्देश देते हुए प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।