- हंसी-मजाक और टोंट से शुरू हुई बात अचानक गर्मागर्मी में बदली
- भीड़भाड़ के बीच गलतफहमी के चलते दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हुई और छात्र की जान चली गई
क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने सेलाकुई थाना क्षेत्र में हुए चकमा छात्र हत्याकांड पर की प्रेस कॉन्फ्रेंस।9 तारीख की शाम 6 से 7 बजे के बीच लिकर शॉप के पास हुआ था पूरा घटनाक्रम। CCTV फुटेज में सवा 6 से साढ़े 6 बजे के बीच की घटना की पुष्टि।एक आरोपी की बर्थडे पार्टी के लिए 6 युवक मौके पर पहुंचे थे।घटना से पहले विक्टिम छात्र और उसका भाई पहले से वहां मौजूद थे। हंसी-मजाक और टोंट से शुरू हुई बात अचानक गर्मागर्मी में बदली।भीड़भाड़ के बीच गलतफहमी के चलते दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हुई। हीट ऑफ द मोमेंट में एक आरोपी ने कड़े से गर्दन और सिर के पास वार किया। कड़े का वार स्पाइन की नस पर लगने से छात्र ब्रेन डेड हो गया। दूसरे आरोपी ने अंडे के ठेले से उठाए छोटे चाकू से कमर के ऊपर पीठ में घोंपा। हमले के बाद सभी आरोपी स्कूटर से मौके से फरार हो गए।
घायल छात्र को भाई ई-रिक्शा से ग्राफिक एरा अस्पताल लेकर पहुंचा। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हालत बिगड़ने पर ICU में किया गया भर्ती। लगातार इलाज के दौरान 26 तारीख सुबह 7:10 बजे छात्र की मौत। मौत के बाद केस में हत्या की धाराएं जोड़ी गईं। मामले में 6 आरोपी सामने आए, 5 गिरफ्तार, एक नेपाली मूल का आरोपी फरार। फरार आरोपी पर पहले 25 हजार, अब 1 लाख रुपये का इनाम घोषित।आरोपियों की आपराधिक हिस्ट्री खंगाली गई, कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला। एक आरोपी नाबालिग, बुक्सा जनजाति से, देहरादून में पढ़ाई कर रहा छात्र। मुख्य आरोपी मणिपुर का निवासी बताया गया।
SSP ने साफ किया, घटना न प्रायोजित थी, न पूर्व नियोजित हत्या। नस्लीय या साजिशन एंगल से SSP ने किया इनकार।FIR में देरी को लेकर SSP ने दी पूरी कानूनी सफाई।मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर पहले अटेम्प्ट टू मर्डर, फिर मर्डर की धारा लगी। SC-ST एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गईं।मामले की जांच के लिए जिला स्तर की SIT गठित।
SP विकासनगर SIT के हेड, CO बेजनाथ को टीम में किया गया शामिल। CCTV फुटेज, मेडिकल रिपोर्ट और गवाहों के बयान खंगाल रही SIT। SSP का दावा, फरार आरोपी भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा।








