असम राज्य में काजीरंगा नेशनल पार्क में आयोजित किये जा रहे “गज उत्सव-2023” में शिरकत करेंगे वन मंत्री सुबोध उनियाल

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क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून।  राष्ट्रीय स्तर पर हाथी संरक्षण कार्यक्रन में “प्रोजेक्ट ऐलीफैण्ट” के 30 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 07-08 अप्रैल को केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय व असम राज्य के वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन का मुख्य उद्देश्य वर्ष 1902 में शुरू हुई हाथियों के संरक्षण एवं उनके प्रवास से सम्बन्धित प्रोजेक्ट ऐलीफैण्ट कार्यक्रम के प्रति व्यापक जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार किया जाना है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड देश के उन राज्यों में शामिल है, जहाँ पर हाथी संरक्षण, मानव-वन्य जीव संघर्ष रोकने व बन्दी हाथियों के हित में केन्द्र पोषित प्रोजेक्ट ऐलीफैण्ट’ संचालित है।

इस दौरान केन्द्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायू परिवर्तन मंत्रालय व सह-आयोजक असम राज्य के साथ हाथी संरक्षण परियोजना से जुड़े राज्यों के मा० वन मंत्रीगण व मुख्य वन्य जीव प्रतिपालको स्थानीय समुदायों सिविल सोसाईटी स्वयं सेवी संस्थाओं व स्कूली छात्रों को एक मंच पर लाकर आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से सरकार एवं सभी हितधारकों के स्तर पर इस दिशा में किये जा रहे समेकित प्रयासों का प्रदर्शन एवं इस आशय की जानकारी को साझा किया जाना प्रस्तावित है।

प्रोजेक्ट ऐलीफैण्ट के 30 वर्ष पूर्णता के उपलक्ष्य में मा० राष्ट्रपति जी द्वारा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 07 अप्रैल को अपार जन समूह के मध्य गज उत्सव- 2023 कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जायेगा। मा0 मंत्री जी ने आशा व्यक्त की है कि उत्तराखण्ड राज्य को आयोजन में प्रतिभागिता का अवसर हाथी संरक्षण से जुड़ी “प्रोजेक्ट ऐलीफैण्ट के प्रति राज्य के सकारात्मक प्रयासों को रेखांकित करने का सफल मंच होगा।

इस सिलसिले में एशियन ऐलीफैन्ट् स्पेशिलिस्ट ग्रुप (ASESG), जो एशियाई मुल्कों में हाथी की गतिविधियों के अध्ययन, निगरानी, प्रबन्धन व संरक्षण में रत् है की उत्तराखण्ड के रामनगर में गत माह मार्च – 2023 में सम्पन्न बैठक व कार्यक्रम उल्लेखनीय हैं, जो वन व वन्य जीव संरक्षण के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। राज्य के वन मुख्यालय में मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक श्री समीर सिन्हा गज उत्सव -2023 के इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहेंगे।