- कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आगामी हरेला पर्व की तैयारियों तथा बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा की
क्रांति मिशन ब्यूरो
देहरादून। प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को कैंप कार्यालय में कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आगामी हरेला पर्व की तैयारियों तथा बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा की।
बैठक में मंत्री जोशी ने निर्देश दिए कि हरेला पर्व के अवसर पर राज्यभर में वृहद पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस बार लगभग 15 लाख वर्षा कालीन फलदार पौधों का निःशुल्क वितरण एवं रोपण किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने सभी जिलों के उद्यान अधिकारियों को व्यापक स्तर पर पौधरोपण सुनिश्चित करने और आम, अमरूद, लीची, अनार, नींबू, माल्टा, कटहल आदि पौधों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
बैठक में मंत्री ने प्रदेशभर में अप्रैल 2024 से अभी तक हुई ओलावृष्टि एवं भारी वर्षा से फसलों को हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस दौरान लगभग सात करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि 33 प्रतिशत से अधिक क्षति वाले प्रभावित क्षेत्रों में 4773 हेक्टेयर कृषि भूमि में क्षति हुई है, जिसमें से 1387 हेक्टेयर सिंचित और 3386 हेक्टेयर असिंचित भूमि शामिल है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 के लिए खरीफ और रबी फसलों के अंतर्गत किसानों को रुपये 411 करोड़ का बीमा भुगतान किया जा चुका है। उद्यान मंत्री ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार संकट की घड़ी में उनके साथ है और भारत सरकार के मानकों के अनुरूप उन्हें जल्द ही मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में मंत्री जोशी ने रानीपोखरी क्षेत्र में प्रस्तावित फाइटोसेनीटरी लैब एवं पैक हाउस निर्माण को लेकर सभी कागजी कार्यवाहियां शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला राज्य के फल, सब्जी एवं बागवानी उत्पादों के गुणवत्ता परीक्षण पैकेजिंग और निर्यात की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। अधिकारियों ने अवगत कराया कि इस परियोजना की डीपीआर तैयार कर ली गई है। अधिकारियों द्वारा यह भी बताया गया कि चौबटिया स्थित उद्यान विभाग के रिसर्च सेंटर को भी मंत्री के निर्देशों के बाद पुनर्जीवित कर कार्यशील कर दिया गया है।
बैठक में निदेशक कृषि केसी पाठक, निदेशक बागवानी मिशन महेंद्र पाल, डा सुरेश राम, डा अजय कुमार वर्मा आदि उपस्थित रहे।