मंत्री ने कुछ योजनाओं को प्राथमिकता से लेने के निर्देंश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। जिनमें मसूरी पेयजल योजना जो यमुना नदी में सिल्ट आने के कारण प्रभावित हुई है के सम्बन्ध में मंत्री ने अपर सचिव पेयजल को निर्देश दिये कि सम्बधित योजना के दुरुस्त संचालन के लिए तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
वहीं पथरियापीठ नीलकंठ विहार सीवर योजना के सम्बन्ध में मंत्री द्वारा सम्बन्घित अधिकारियों से जानकारी लिए जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इस योजना की स्वीेकृति के सम्बन्ध में प्रक्रिया गतिमान है तथा स्वीकृति एक माह के भीतर हो जायेगी।
वहीं चन्द्रोटी की आन्तिरक सड़कों व अनारवाला-मालसी मार्ग के सम्बन्ध में मंत्री द्वारा जानकारी मांगें जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं के टेण्डर हो चुकें हैं। शीघ्र ही शिलान्यास की कार्यवाही की जायेगी।
बैठक के अन्त में मंत्री ने सम्ब्न्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि मसूरी विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित वार्डाें में क्षतिग्रस्त सड़क मार्गाें को भी प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त किया जाय। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्माण कार्याें में समय के साथ ही गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाय।
बैठक में अपर सचिव पेयजल अपूर्वा, जल संस्थान से मुख्य महाप्रबन्धक डीके सिंह, जल निगम से अधीक्षण अभियन्ता मिसा सिन्हा, लोक निर्माण विभाग से राजेश कुमार तथा मसूरी विधान सभा क्षेत्र से संबंधित जनप्रतिनिधिगण व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।








