Big News : अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में ‘समाज परिवर्तन का वाहक बने युवा’ विषयक प्रस्ताव पारित … अधिवेशन के प्रांगण में लगी भव्य ‘रानी अब्बक्का प्रदर्शनी’ का हुआ उद्घाटन

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  • अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक देहरादून, उत्तराखण्ड में संपन्न

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की एक-दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक देहरादून के परेड ग्राउंड में बसाए गए भगवान बिरसा मुंडा नगर में बृहस्पतिवार को संपन्न हुई। बैठक का शुभारंभ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी तथा राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान की उपस्थिति में हुआ। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह माननीय मुकुंद सी.आर. जी की भी गरियामई उपस्थिति रही। इस महत्वपूर्ण बैठक में विद्यार्थी परिषद की संगठनात्मक संरचना के अनुसार 46 प्रांतों से कुल 468 प्रतिनिधि अपेक्षित हैं।

बैठक में शिक्षा, समाज, पर्यावरण, सेवा, खेल, तकनीकी जैसे प्रमुख समसामयिक विषयों की चर्चा की गई एवं इस वर्ष चले वृहद सदस्यता अभियान पर देशभर से आए प्रतिनिधियों ने अनुभव साझा किया। राष्ट्रीय अधिवेशन में रखे जाने वालों प्रस्तावों पर भी विस्तृत चर्चा की गई और अंत में “समाज परिवर्तन का वाहक बने युवा” विषयक प्रस्ताव पारित किया गया। गत फ़रवरी-मार्च माह में गुजरात के द्वारका जी में सम्पन्न हुई अभाविप की विचार-बैठक के करणीय बिंदुओं को भी इस कार्यकारी परिषद द्वारा पारित किया जाएगा।

अधिवेशन के प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनी “रानी अब्बक्का प्रदर्शनी” का उद्घाटन भी आज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पतंजलि योग ट्रस्ट के महासचिव आचार्य बालकृष्ण एवं उत्तराखण्ड के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा किया गया, जिसका थीम “देवभूमि से राष्ट्रभूमि तक – उत्तराखण्ड के 25 वर्षों की यात्रा एवं विजन 2047 के संदर्भ में राष्ट्रीय पुनर्जागरण” है।

रानी अब्बक्का की 500वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर कर्नाटक स्थित उनकी जन्मस्थली से निकाली गई 3000 किलोमीटर लंबी “रानी अब्बक्का कलश यात्रा” एवं भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती के अवसर उनकी जन्मस्थली उलिहातु, झारखंड से निकाली गई “भगवान बिरसा संदेश यात्रा” आज भगवान बिरसा मुंडा नगर पहुंची है, जहां इनके भव्य स्वागत के पश्चात यात्रा में लाए गए जल व मिट्टी के कलशों को प्रांगण में स्थापित किया गया।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो राजशरण शाही ने राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक के उद्घाटन सत्र में कहा कि,”अभाविप ने शैक्षिक, सामाजिक व अन्य क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य किया है। अभाविप की यह बैठक ज्ञान, साधना, संस्कार और गंगा-यमुना के उद्गम स्थल की भूमि पर आयोजित की जा रही है, जिससे हम सभी के भीतर भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा है। भारतीय संस्कृति के अनुरूप भारतीय युवाओं का मानस बने इसके लिए भारतीय मूल्यों के आधार पर नेतृत्व आवश्यक है और अभाविप इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।”

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि, “अभाविप की इस राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में देशभर से आए कार्यकर्ताओं ने संगठनात्मक और कार्यक्रयात्मक विषयों पर विचार-विमर्श किया। इस बैठक और अधिवेशन के माध्यम से विद्यार्थी परिषद के कार्य को तेज़ गति मिलने वाली है। बैठक में आए प्रतिनिधि कार्यकर्ता अपने केंद्रों पर सम्पूर्ण दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ काम कर सभी शैक्षिक संस्थानों एवं समाज तक विद्यार्थी परिषद का संदेश पहुंचाएंगे। एक नई ऊर्जा और दृढ़ संकल्प के साथ विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आगे बढ़ेंगे और निश्चित रूप में देशभर में छात्रशक्ति तीव्र गति से आगे बढ़ने वाली है।”