सातूं -आठूं पर्व : गौरा महेश्वर की पूजा की … झोड़ा-चांचरी की रही धूम.ग़मरा महेश्वर को विदाई दी.

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  • कुर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद कांडली शाखा ने हर्षोल्लास से मनाया पर्व 

क्रांति मिशन ब्यूरो

देहरादून। कुर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद कांडली शाखा द्वारा सातू आठों कार्यक्रम 28 अगस्त बिरुड़ पंचमी को आरंभ किया गया जिसमें 7 अनाज़ बिरूर भिगाए गए और सप्तमी 30 को विलासपुर काङली मै गमरा का आगमन हुआ जिसे सातू के नाम से जाना जाता है। 7 गांठ की डोर का धागा भी पहना जाता है। 31 को गमरा को लेने महेश्वर का भी आगमन हुआ और 28 अगस्त से 4 सितंबर तक गमरा महेश्वर की पूजा की गई। झोङा चाचरी के साथ ढोल बजाते गीते गाते 4 सितंबर को दुर्गा मां गौरा महेश्वर की विदाई की गई।‌ पंचमी के दिन भिगाए गए बिरुड़ गमरा और महेश्वर पर चढ़ाए गए। बिरूड़ पंचमी से लेकर आज विदाई तक झोड़े चाचरी लगातार लगाए गए।‌आज सभी ने मिलकर ग़मरा महेश्वर को विदाई दी।

कार्यक्रम में जिला पंचायत कंचन, युवा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी, निर्मला जोशी के साथ शाखा अध्यक्ष मंजू देवपा, निशा जोशी, बसंती भट्ट, ममता जोशी, गंगा कार्की, मुन्नी भंडारी, मालती धामी, नन्दी देवपा, हरिप्रिय बिष्ट, भागीरथी धामी आदि पूरे ग्राम वासी ने प्रतिभाग किया।